छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का 15वां दिन: हंगामे के आसार
क्या होगा आज विधानसभा में खास?
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 15वें दिन भी जोरदार हंगामे की उम्मीद है। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिल सकती है। कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनमें मुख्य रूप से धान खरीदी, पानी की समस्या, बैंकिंग सुविधाएं, सरकारी भर्तियां और जमीन की रजिस्ट्री जैसे मुद्दे शामिल हैं।
धान खरीदी और पानी की समस्या पर हंगामे के आसार
धान का उठाव न होने का मुद्दा:
कांग्रेस नेताओं ने सदन में इस पर ध्यान आकर्षण प्रस्ताव लगाया है। उनका कहना है कि किसानों से धान खरीदा तो गया, लेकिन समय पर उठाव नहीं हो रहा, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
रायपुर में पीने के पानी की समस्या:
भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने विधानसभा में रायपुर शहर में पानी की किल्लत को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने सरकार से पूछा कि गर्मी के मौसम में जल संकट से निपटने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं की कमी
छत्तीसगढ़ के कई ग्रामीण इलाकों में अभी भी पर्याप्त बैंकिंग सुविधाएं नहीं हैं। लोग लंबी दूरी तय करके बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेने को मजबूर हैं। इस मुद्दे को भी विधानसभा में उठाया जाएगा।
सरकारी नौकरियों में भर्ती और जमीन की रजिस्ट्री का मुद्दा
नौकरी की समस्या:
सरकारी विभागों में भर्ती प्रक्रिया में देरी से युवा परेशान हैं। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार से जवाब मांगेगा।
जमीन की रजिस्ट्री में देरी:
कई लोगों ने शिकायत की है कि जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया धीमी हो गई है और इसमें अनावश्यक अड़चनें डाली जा रही हैं। विधायक इस विषय पर भी सरकार से जवाब मांगेंगे।
रायपुर मास्टर प्लान को लेकर बड़ा सवाल
रायपुर के पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक राजेश मूणत ने मास्टर प्लान को लेकर विधानसभा में गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मास्टर प्लान में गड़बड़ियां हुई हैं और आवासीय इलाकों को मनमाने तरीके से व्यावसायिक और शैक्षणिक उपयोग के लिए बदला जा रहा है।
मूणत के सवाल और सरकार के जवाब:
सवाल: क्या रायपुर के मास्टर प्लान को लेकर कोई शिकायत मिली है?
जवाब: मंत्री ओपी चौधरी ने माना कि इस संबंध में शिकायतें मिली हैं और जांच के लिए एक समिति बनाई गई है।
रायपुर मास्टर प्लान: कौन-कौन अधिकारी जिम्मेदार?
राजेश मूणत ने विधानसभा में पूछा कि मास्टर प्लान तैयार करने में कौन-कौन अधिकारी शामिल थे?
ओपी चौधरी का जवाब: मास्टर प्लान तैयार करने में IAS जयप्रकाश मौर्य, संदीप बागडे, भानु प्रताप सिंह पटेल, कमल सिंह, रोजी सिन्हा और मेघा चवढ़ा सहित कुल 15 अधिकारी शामिल थे।
मास्टर प्लान में गड़बड़ियों के आरोप
आवासीय क्षेत्रों को व्यावसायिक और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए बदला गया।
शहर के कई इलाकों में मास्टर प्लान के नियमों का पालन नहीं किया गया।
इन गड़बड़ियों को लेकर जांच समिति बनाई गई है।
छत्तीसगढ़ में दुकानें 24 घंटे खुलने का प्रस्ताव
राज्यपाल ने विधानसभा में कहा कि छत्तीसगढ़ की सुंदरता अब ग्लोबल मैप में आ रही है। उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में दुकानों को 24 घंटे खुला रखने की योजना पर विचार हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबों को 10,000 रुपये नहीं मिले, लेकिन बड़े व्यापारियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।