छत्तीसगढ़ विधानसभा में महतारी वंदन योजना पर हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने किया वॉकआउट

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महतारी वंदन योजना पर विधानसभा में हंगामा

छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को महतारी वंदन योजना को लेकर काफी हंगामा हुआ। विपक्ष ने इस योजना में गड़बड़ी के आरोप लगाए और जब मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया, तो कांग्रेस विधायक उससे असंतुष्ट रहे। इस गहमागहमी के बीच कांग्रेस के सभी विधायक विरोध स्वरूप सदन से वॉकआउट कर बाहर चले गए।

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और विपक्ष आमने-सामने

विधानसभा में महतारी वंदन योजना को लेकर विपक्ष ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। विपक्ष ने योजना में अनियमितताओं की बात कही, जिस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया।

मंत्री ने कहा कि विपक्ष बार-बार यह सवाल उठा रहा है, लेकिन जब भी हम जवाब देते हैं, तो वे पूर्ववर्ती सरकार की बात करने का आरोप लगाने लगते हैं। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह मुस्कुराए, लेकिन विपक्ष ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया।

विपक्ष ने उठाए सवाल

कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने सरकार से सवाल किया:

  1. महतारी वंदन योजना के कितने लाभार्थी हैं, जिन्हें एक भी बार भुगतान नहीं मिला है?
  2. जो लाभार्थी अब तक राशि से वंचित हैं, उन्हें किस कारण से भुगतान नहीं हुआ है?

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब में बताया कि 69 लाख से अधिक महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है।

इस पर विक्रम मंडावी ने पलटकर पूछा कि 3,971 ऐसे लोग हैं, जिन्हें अब तक एक भी किस्त नहीं मिली। उन्होंने कहा कि विभाग की रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है।

3,971 लाभार्थियों को किस्त नहीं मिलने का कारण

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने स्पष्ट किया कि 3,971 लाभार्थियों को अब तक भुगतान न होने के पीछे कई तकनीकी कारण हैं, जैसे:

  • आधार कार्ड से बैंक खाता लिंक न होना।
  • बैंक खाते में किसी प्रकार की रुकावट।
  • लाभार्थी की मृत्यु।

सरकार क्या कर रही है?

विक्रम मंडावी ने आगे सवाल किया कि क्या सरकार ऐसे लाभार्थियों के लिए कोई समाधान निकाल रही है? इस पर मंत्री ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है और जो भी कमियां हैं, उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाएगा।

डॉ. रमन सिंह ने भी मंत्री से पूछा कि जो लाभार्थी पेंडिंग हैं, उनकी समस्या का समाधान कब तक किया जाएगा?

मंत्री राजवाड़े ने जवाब दिया कि जैसे ही सूचना प्राप्त होगी, सुधार कार्य किया जाएगा और जल्द से जल्द राशि खातों में भेजी जाएगी।

भ्रष्टाचार का आरोप और कांग्रेस का वॉकआउट

इस पूरे मामले पर विक्रम मंडावी ने आरोप लगाया कि महतारी वंदन योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है।

इस पर डॉ. रमन सिंह ने विपक्ष से कहा कि यदि उनके पास कोई लिखित शिकायत है, तो वे सरकार को दें।

जब मंत्री ने कहा कि यह समस्या पूर्ववर्ती सरकार से जुड़ी हुई है, तो कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि योजना को शुरू हुए एक साल हो चुका है, फिर भी त्रुटियों को ठीक नहीं किया गया।

उमेश पटेल ने मंत्री को चुनौती दी कि यह समस्या आपकी सरकार के कार्यकाल की है, आप इसे पूर्ववर्ती सरकार पर क्यों डाल रहे हैं?

बात बढ़ते ही कांग्रेस नेता भूपेश बघेल, चरणदास महंत और अन्य कांग्रेसी विधायक नाराज होकर सदन से बाहर चले गए।

‘भ्रष्टाचार बंद करो’ के लगे नारे

कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर नारेबाजी की और “भ्रष्टाचार बंद करो” के नारे लगाए।

डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस विधायकों से धैर्यपूर्वक जवाब सुनने की अपील की, लेकिन वे शांत नहीं हुए। जब मंत्री ने कहा कि सरकार जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेगी, तो भी कांग्रेस विधायकों ने हंगामा जारी रखा और सदन छोड़ दिया।

आखिरकार, हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रश्नकाल समाप्त करने की घोषणा कर दी।


CGMSC गड़बड़ी पर भी गरमाया मुद्दा

बजट सत्र के दौरान CGMSC (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन) में गड़बड़ी का मुद्दा भी गरमाया।

अजय चंद्राकर बनाम मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल
विधायक अजय चंद्राकर ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से सवाल किया। जब मंत्री जवाब दे रहे थे, तो अजय चंद्राकर ने उन्हें बीच में रोक दिया और कहा, “भाषण मत दीजिए, मेरे सवाल का सीधा जवाब दीजिए।”

मंत्री जायसवाल ने कहा कि हम किसी भी अधिकारी को बिना जांच के सजा नहीं दे सकते। इस पर अजय चंद्राकर ने नाराजगी जताई और कहा कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक यह मामला नहीं सुलझेगा।


निष्कर्ष

  • महतारी वंदन योजना को लेकर सदन में तीखी बहस हुई।
  • कांग्रेस ने योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और वॉकआउट किया।
  • सरकार का कहना है कि तकनीकी दिक्कतों के कारण 3,971 लाभार्थियों को भुगतान नहीं हुआ।
  • CGMSC में गड़बड़ी का मुद्दा भी उठा, जिसमें अजय चंद्राकर ने मंत्री को घेरा।

विधानसभा का बजट सत्र इस बार बेहद गरम रहा, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त बहस देखने को मिली।

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