एनकाउंटर में ढेर हुआ गैंगस्टर अमन साहू, झारखंड पुलिस ने किया था ट्रांसफर, भागने की कोशिश में मार गिराया गया

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एनकाउंटर में मारा गया गैंगस्टर अमन साहू

गैंगस्टर अमन साहू (अमन साव) को झारखंड पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। यह घटना तब हुई जब पुलिस उसे रायपुर से रांची लेकर जा रही थी। पुलिस के मुताबिक, पलामू के पास गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसके बाद अमन ने पुलिस का हथियार छीनने की कोशिश की और फायरिंग कर भागने लगा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे ढेर कर दिया।

कैसे हुआ एनकाउंटर?

  • रायपुर से झारखंड पुलिस रवाना – 8 मार्च की रात 8:11 बजे झारखंड पुलिस गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर से रांची ले जाने के लिए निकली।

  • पलामू के पास एक्सीडेंट – सफर के दौरान पुलिस वाहन का एक्सीडेंट हो गया

  • अमन ने हथियार छीना और फायरिंग की – दुर्घटना के बाद, अमन ने पुलिस पर हमला किया और भागने की कोशिश की।

  • पुलिस की जवाबी कार्रवाई – आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की और अमन को मौके पर ही ढेर कर दिया

अमन साहू पर लगे गंभीर आरोप

  • अमन साहू झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर था, जिस पर 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।

  • कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों और बिल्डरों से रंगदारी वसूलता था

  • पुलिस के मुताबिक, अमन जेल से ही अपना गैंग चला रहा था


7 मार्च को कोयला कारोबारी पर फायरिंग

एनकाउंटर से पहले, अमन का नाम रांची के बरियातू थाना इलाके में कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा की गाड़ी पर हुए हमले में आया था

  • बिपिन मिश्रा की कार पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी।

  • बिपिन मिश्रा और उनके ड्राइवर को गोली लगी थी।

  • उनके बॉडीगार्ड की जवाबी फायरिंग के बाद हमलावर भाग गए थे।

इस हमले के पीछे अमन साहू का हाथ माना जा रहा था, और झारखंड पुलिस इसी मामले में उसे पूछताछ के लिए रांची ले जा रही थी।


हाई सिक्योरिटी में हो रहा था ट्रांसफर

झारखंड पुलिस अमन साहू को सख्त सुरक्षा व्यवस्था के तहत ले जा रही थी

  • उसे हथियारबंद पुलिस कर्मियों की निगरानी में रखा गया था।

  • दोनों ओर बंदूकधारी पुलिसकर्मी उसकी निगरानी कर रहे थे।

  • झारखंड पुलिस की एक और गाड़ी आगे चल रही थी

इसके बावजूद, पुलिस को एक्सीडेंट और एनकाउंटर जैसी अप्रत्याशित स्थिति का सामना करना पड़ा।


अमन साहू का आपराधिक साम्राज्य

अमन साहू झारखंड के रांची, रामगढ़, चतरा, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, लातेहार और बोकारो जिलों में सक्रिय था।

  • रंगदारी वसूलना: कोयला खदान मालिकों, बिल्डरों, ट्रांसपोर्टरों और कारोबारियों से हफ्ता वसूली करता था

  • फायरिंग कर धमकाना: अगर कोई रंगदारी नहीं देता था, तो उनके दफ्तर पर फायरिंग या हमला करवाता था

  • आखिरी 6 महीनों में कई घटनाएं: अमन के गिरोह ने कई कारोबारियों को धमकाया, गोली चलाई और वसूली की

गिरोह के डर से कई व्यापारी अपने घरों से बाहर निकलने से भी डरते थे


झारखंड पुलिस की कार्रवाई

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने खुलासा किया कि अमन साहू समेत तीन गैंगस्टर जेल से ही आपराधिक गतिविधियां चला रहे थे

  • तीन अपराधी – अमन साहू, विकास तिवारी और अमन श्रीवास्तव जेल से अपना नेटवर्क चला रहे थे।

  • वर्चुअल नंबर से गैंग ऑपरेट कर रहे थे

  • पुलिस ने एटीएस (एंटी टेरर स्क्वाड) को बीएनएस धारा 111 के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया

क्या है बीएनएस धारा 111?

  • यह धारा संगठित अपराधियों पर कार्रवाई के लिए पुलिस को विशेष अधिकार देती है।

  • पुलिस अब इन अपराधियों के पूरे नेटवर्क को तोड़ने की तैयारी में है


एनकाउंटर के बाद क्या होगा?

  • अमन के गिरोह पर शिकंजा कसेगा – उसके साथियों की तलाश में पुलिस बड़े पैमाने पर छापेमारी कर रही है।

  • गैंग के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी – पुलिस अन्य अपराधियों पर भी कार्रवाई करेगी।

  • कोयला कारोबारियों को राहत मिलेगी – रंगदारी मांगने का सिलसिला थम सकता है।

निष्कर्ष

  • झारखंड पुलिस अमन साहू को रांची ट्रांसफर कर रही थी, इसी दौरान एनकाउंटर हुआ

  • अमन पर 50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे और वह जेल से भी गैंग चला रहा था।

  • पुलिस ने जवाबी फायरिंग में अमन को मार गिराया

  • झारखंड पुलिस अब उसके पूरे गिरोह पर शिकंजा कस रही है

यह एनकाउंटर झारखंड में संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ा संदेश है, और पुलिस अब बाकी अपराधियों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

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