छत्तीसगढ़ दौरे पर सचिन पायलट : जेल में कवासी लखमा से करेंगे मुलाकात, बैठक में होगी हार की समीक्षा

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रायपुर पहुंचे सचिन पायलट, जेल में कवासी लखमा से मुलाकात और कांग्रेस की हार पर मंथन

क्या हुआ?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और AICC महासचिव सचिन पायलट आज रायपुर पहुंचे। वे यहां शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात करेंगे। इसके बाद दोपहर 2 बजे कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक में शामिल होंगे, जहां चुनावों में हुई हार की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

सचिन पायलट की कवासी लखमा से मुलाकात

  • समय: सुबह 10 बजे
  • स्थान: रायपुर सेंट्रल जेल
  • मुद्दा: कवासी लखमा छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री हैं और शराब घोटाले में जेल में बंद हैं।
  • कांग्रेस नेताओं का मानना है कि लखमा के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई की गई है
  • सचिन पायलट इस मामले में लखमा से बात करेंगे और उनकी स्थिति का जायजा लेंगे

कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक

  • समय: दोपहर 2 बजे
  • मुद्दा: छत्तीसगढ़ में हुए हालिया विधानसभा, लोकसभा, नगर निकाय और पंचायत चुनावों में कांग्रेस की हार की समीक्षा।
  • बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा।
  • डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस की इस बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि “कांग्रेस के नेता हार का ठीकरा एक-दूसरे पर ही फोड़ेंगे।”

बैठक में कौन-कौन शामिल होगा?

  • सचिन पायलट (AICC महासचिव, छत्तीसगढ़ प्रभारी)
  • जरिता लैतफलांग (सह-प्रभारी)
  • विजय जांगिड़
  • दीपक बैज (छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष)
  • डॉ. चरणदास महंत (विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष)
  • भूपेश बघेल (पूर्व मुख्यमंत्री)
  • टीएस सिंहदेव (पूर्व उपमुख्यमंत्री)

कांग्रेस की हार की समीक्षा: प्रमुख मुद्दे

  1. विधानसभा चुनावों में हार:
    • कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी, बीजेपी ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया।
    • कमजोर संगठन, आंतरिक गुटबाजी और जनता से संवाद की कमी को हार की वजह माना जा रहा है।
  2. लोकसभा चुनाव की तैयारियां:
    • लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में कांग्रेस को मजबूत रणनीति बनानी होगी
    • पार्टी के पास नए चेहरों को आगे लाने का मौका है।
  3. नगर निगम और पंचायत चुनाव:
    • स्थानीय निकायों में भी कांग्रेस को झटका लगा है।
    • पार्टी बेस स्तर पर कमजोर होती जा रही है, जिसे ठीक करने की जरूरत है।

कांग्रेस की रणनीति क्या हो सकती है?

  1. आंतरिक मतभेद खत्म करना:
    • कांग्रेस नेताओं के बीच गुटबाजी हमेशा से पार्टी के लिए नुकसानदायक रही है।
    • भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच का विवाद पार्टी को कमजोर कर सकता है
    • जरूरत है कि नेता एकजुट होकर काम करें
  2. जनता के बीच जाकर संवाद बढ़ाना:
    • कांग्रेस को जनता से जुड़े मुद्दों पर आक्रामक रणनीति अपनानी होगी
    • किसान, आदिवासी और युवाओं से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाना जरूरी होगा
  3. BJP की रणनीति का तोड़ निकालना:
    • बीजेपी की सरकार बनने के बाद कांग्रेस को मजबूत विपक्ष की भूमिका निभानी होगी
    • सरकार की नीतियों पर सवाल उठाकर जनता का भरोसा जीतने की कोशिश करनी होगी

भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच तकरार

  • बैठक में भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की मौजूदगी भी अहम मानी जा रही है
  • दोनों के बीच सीएम पद को लेकर पहले भी विवाद रह चुका है
  • देखना होगा कि क्या यह बैठक पार्टी को मजबूत करने में मदद करेगी या मतभेद और बढ़ेंगे

क्या कांग्रेस फिर से मजबूती हासिल कर पाएगी?

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को अगर वापसी करनी है तो उसे अपने संगठन को मजबूत करना होगा और जमीनी स्तर पर काम करना होगा

  • नेतृत्व में एकजुटता लानी होगी
  • नए युवा नेताओं को मौका देना होगा
  • सरकार की गलत नीतियों को उजागर करना होगा
  • जनता से सीधे संवाद बढ़ाना होगा

निष्कर्ष:

सचिन पायलट का छत्तीसगढ़ दौरा पार्टी के लिए बहुत अहम माना जा रहा है। एक तरफ वे कवासी लखमा से मुलाकात कर कांग्रेस के प्रति प्रतिबद्धता दिखाएंगे, वहीं दूसरी तरफ बैठक में पार्टी की हार पर गंभीर मंथन होगा। अब देखना होगा कि कांग्रेस इस समीक्षा के बाद कितनी मजबूती से उभरती है।

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