किसानों को नुकसान
बिलासपुर: विधानसभा चुनाव के जीतने के लिए कांग्रेस ने 2018 में कांग्रेस ने दोबारा सरकार बनने पर कर्ज माफी का वादा किया था। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई। कांग्रेस ने किसानों से वादा किया गया था पिछली पंचवर्षीय की तरह इस बार भी सरकार बनने के 10 दिन बाद किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। इस का लाभ उठाने की उम्मीद में बैठे किसानों को झटका लगा है।
जिले के 70 हजार किसानों ने जिला सहकारी बैंक से 2 सौ 45 करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया है। हालांकि बैंक प्रबंधक द्वारा किसानों को दिए गए कृषि ऋण के विरुद्ध लिंकिंग के माध्यम से 17 करोड़ 75 लाख रुपए का कर्ज वसूली कर ली गई है। धान बेचने के दौरान बेची गई कुल राशि से कर्ज की राशि काटी जाती है। जो वर्तमान में हर साल तक की तरह ही लिंकिंग से काटी जा रही है। वहीं राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान बेचने वाले किसानों को 9 हजार रुपए प्रति एकड़ और अन्य फसल वालों को 10 हजार रुपए प्रति एकड़ दिया जाता था इस योजना से भी किसान वंचित रह जाएंगें।
इधर भाजपा के किसान नेता धीरेंद्र दुबे का कहना है कि कर्ज माफी का वादा कांग्रेस ने किया था भाजपा 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी। 3100 रुपए एक साथ किसानों को भुगतान किया जाएगा। बार बार किसानों को बैंक के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जिले में धान खरीदी के लिए 140 केंद्र बनाए गए हैं। किसानों द्वारा अधिक कीमत में धान बेचने की उम्मीद बिक्री को मतगणना तक रोक दिया गया था। अब धान की बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है।