सीबीआई ने पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अफसरों के ठिकानों पर मारा छापा
छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव सट्टा ऐप घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश की थी। इसके बाद सीबीआई ने 26 मार्च को छत्तीसगढ़ में इस मामले में छापा मारा। इस छापेमारी का मुख्य निशाना वे पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अफसर बने, जिनका नाम इस घोटाले से जोड़ा जा रहा था।
छत्तीसगढ़ पुलिस के दो IG, एक DIG, एक AIG, दो एडिशनल एसपी और कई सिपाहियों के यहां छापेमारी की गई।
इस बड़े ऑपरेशन ने पूरे पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है।
पुलिस अधिकारियों के घरों पर छापा – पहली बार IPS अफसर भी निशाने पर
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सीबीआई ने पहली बार छत्तीसगढ़ में किसी आईपीएस अधिकारी के घर छापा मारा है।
चार आईपीएस अधिकारियों के घरों पर सीबीआई की रेड
ये सभी अधिकारी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अहम पदों पर थे
IG आरिफ शेख, IG डॉ. आनंद छाबड़ा, DIG प्रशांत अग्रवाल और AIG डॉ. अभिषेक पल्लव के घरों पर छापा पड़ा
एडिशनल एसपी संजय ध्रुव और अभिषेक महेश्वरी भी सीबीआई की जांच के घेरे में आए
इतना ही नहीं, महादेव सट्टा ऐप कारोबार से जुड़े होने के शक में दो सिपाहियों के घरों की भी तलाशी ली गई।
एडिशनल एसपी अभिषेक महेश्वरी का घर बंद मिला, जिसके बाद सीबीआई ने वहां ताला लगा दिया।
प्रशासनिक हलकों में भी मचा हड़कंप
सीबीआई की इस कार्रवाई से सिर्फ पुलिस महकमे में ही नहीं, बल्कि प्रदेश के बड़े नौकरशाहों में भी हड़कंप मच गया है।
कई आईएएस अधिकारियों के ठिकानों पर छापा मारा गया।
बड़े प्रशासनिक अधिकारियों के नाम जांच में आने से सरकार और प्रशासन में हलचल तेज हो गई।
महादेव सट्टा ऐप घोटाले पर एक नजर
महादेव सट्टा ऐप घोटाला एक बड़ा ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट है, जिसमें करोड़ों रुपये के गबन और भ्रष्टाचार की बात सामने आई थी।
इस घोटाले में कई बड़े राजनीतिक, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के नाम जुड़े।
इस घोटाले की जांच को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने सीबीआई को सिफारिश की थी।
अब सीबीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है, जिससे कई बड़े नाम जांच के दायरे में आ गए हैं।
मुख्य बिंदु:
✅ महादेव सट्टा ऐप घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।
✅ 26 मार्च को सीबीआई ने छत्तीसगढ़ में कई बड़े अफसरों पर छापा मारा।
✅ पुलिस विभाग के IG, DIG, AIG और अन्य अधिकारियों के घरों पर रेड हुई।
✅ कई बड़े आईएएस अधिकारियों के घरों पर भी दबिश दी गई।
✅ इस कार्रवाई से पूरा प्रशासन और पुलिस विभाग सकते में आ गया है।
इस घोटाले में शामिल अन्य नामों की भी जांच जारी है और सीबीआई जल्द ही और बड़े खुलासे कर सकती है।