नशे के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई, अब तक 340 आरोपी गिरफ्तार

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समाचार का विस्तृत एवं सरल विवरण:

पुलिस मुख्यालय में आईजी (नारकोटिक्स) अजय यादव ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस बैठक में अब तक नशीले पदार्थों की तस्करी और उनके खिलाफ हुई पुलिस कार्रवाई की समीक्षा की गई।


2024 में नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई

आईजी अजय यादव ने जानकारी दी कि साल 2024 में पुलिस ने नशे के कारोबार से जुड़े 1329 केस दर्ज किए। इस दौरान –

✅ 24,631.3 किलो गांजा जब्त किया गया।
✅ 335.4 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद हुई।
✅ 1.36 किलो अफीम पकड़ी गई।
✅ अन्य नशीली दवाओं समेत कुल 49.37 करोड़ रुपए का अवैध सामान जब्त किया गया।
✅ 2149 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल थे।


2025 में अब तक कितने आरोपी गिरफ्तार हुए?

✅ 192 मामलों में 340 आरोपी गिरफ्तार किए गए।
✅ PITNDPS एक्ट के तहत 83 अपराधियों को जेल भेजा गया।
✅ SAFEMA एक्ट के तहत पहली बार 5.56 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
✅ 211 मामलों में जब्त वाहनों को सरकारी संपत्ति में बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।


आईजी अजय यादव के निर्देश – नशे के कारोबार पर कड़ी नजर रखें

बैठक में आईजी अजय यादव ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा –

✔️ बड़ी मात्रा में जब्त किए गए मामलों की गहराई से जांच की जाए।
✔️ नशे के कारोबार में शामिल लोगों के वित्तीय लेन-देन की पूरी जानकारी जुटाई जाए।
✔️ जांच में NCB, DRI और इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय एजेंसियों से सहयोग लिया जाए।
✔️ SAFEMA एक्ट के तहत तस्करों की संपत्तियों को तेजी से जब्त किया जाए।
✔️ PITNDPS एक्ट के तहत लंबित मामलों में जल्द से जल्द निरोध आदेश जारी कर अपराधियों को जेल भेजा जाए।
✔️ जब्त किए गए वाहनों को जल्द से जल्द राजसात (सरकारी संपत्ति) करने की प्रक्रिया पूरी की जाए।
✔️ बड़े और संगठित तस्करी मामलों की जांच ANTF के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में कराई जाए।


राज्य में नशा मुक्ति अभियान को और मजबूत करने पर जोर

आईजी अजय यादव ने राज्य में नशा मुक्ति अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए।

➡️ हर जिले के नोडल अधिकारी को नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण करने का आदेश दिया गया।
➡️ केंद्र सरकार के ‘निदान पोर्टल’ पर उपलब्ध अपराधियों की जानकारी लेकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
➡️ ‘मानस हेल्पलाइन’ (टोल-फ्री नंबर 1933) और ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।


बैठक में कौन-कौन अधिकारी मौजूद थे?

इस वर्चुअल बैठक में सीआईडी की सहायक पुलिस महानिरीक्षक पूजा अग्रवाल और सभी जिलों के एएनटीएफ नोडल अधिकारी शामिल हुए।

आईजी अजय यादव ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्य में नशे के कारोबार पर कड़ी नजर बनाए रखें और तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई जारी रखें।

➡️ पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, जिससे राज्य में नशे के अवैध कारोबार पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।

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