कांग्रेस ने दिल्ली में नहीं बनने दिया अंबेडकर का स्मारक : BJP राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बोले- बाबा साहब का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया नेहरू ने…!!

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कांग्रेस ने डॉ बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया। नेहरू ने उनकी समाधि दिल्ली में बनने नहीं दी। उनको चुनाव में हराने की साजिश कांग्रेसियों ने की। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने ये दावे किए हैं। भाजपा 13 अप्रैल से 25 अप्रैल तक भारत रत्न डॉ. बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर खास अभियान शुरू करने जा रही है। वाजपेयी इसी सिलसिले में रायपुर पहुंचे थे। उन्होंने अभियान को लेकर कहा, हम कार्यकर्ताओं की कार्यशाला कर रहे हैं। प्रशिक्षित कार्यकर्ता जिलों में जाएंगे और जिलों में कार्यशाला करेंगे। अंबेडकर को कांग्रेस ने कैसे अपमानित करने का काम किया ये जनता को बताया जाएगा। शुक्रवार को वर्कशॉप कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई।

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाजपेयी ने जयंती-कार्यक्रमों के बारे बताया कि आगामी 13 अप्रैल को हम पूरे प्रदेशभर में जगह-जगह स्थित डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा और प्रतिमा स्थल को हम स्वच्छ करेंगे। इसी दिन रात को मूर्ति स्थल पर दीपोत्सव करेंगे। 14 अप्रैल को डॉ. अंबेडकर की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया जाएगा। जहां प्रतिमाएं नहीं है, वहां पर बूथ स्तर पर बाबा साहब का चित्र रखकर माल्यार्पण किया जाएगा। इसी दौरान संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी होगा।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने आगे कहा, इसके बाद भाजपा के वक्ता कांग्रेस बनाम भाजपा और डॉ. अंबेडकर के अपमान बनाम सम्मान विषय पर उपस्थित कार्यकर्ताओं और नागरिकों के बीच अपने विचार रखेंगे। 15 से 25 तक हम अनुसूचित बस्तियों में वास्तविकता और यथार्थता के आधार पर जाएंगे और हर चौखट पर जाकर बताएंगे कि डॉ. बाबा साहब अंबेडकर का अपमान कांग्रेस ने क्यों किया और डॉ. अंबेडकर का सम्मान भाजपा ने कैसे किया। कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर का अपमान और भाजपा ने डॉ. अंबेडकर का सम्मान करने के लिए क्या-क्या काम किया, यह बात हम हर अनुसूचित जाति परिवार की चौखट तक पहुंचाएंगे।

वाजपेयी ने कहा कि इसमें यह भी तय हुआ है कि प्रत्येक जनपद से 25 लोगों का चयन होगा, जो 5 – 5 अनुसूचित समाज के प्रमुख लोगों से संपर्क करेंगे। यह अनुसूचित क्षेत्र के लोग भाजपा कार्यकर्ता नहीं होंगे, गैर भाजपा लोगों के साथ मिलकर वार्ता करेंगे। बाबा साहब का अपमान और बाबा साहब का सम्मान अनुसूचित वर्ग के टीचर्स, प्रोफेसर्स, डॉक्टर, वकील, इन सभी के साथ कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जो समाज का नेतृत्व करता होगा। ऐसे लोगों को भी चयनित कर हम उनके दरवाजे तक जाएंगे।

कांग्रेस ने किया अंबेडकर का अपमान

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाजपेयी ने कहा कि लोकसभा के चुनाव में एक लाल किताब दिखाकर संविधान का रक्षक होने करने का दावा कर कांग्रेस ने एक नैरेटिव सेट करने का भी काम किया था। आरक्षण खत्म कर देने का झूठ तक फैलाया। कांग्रेस खुद आरक्षण की घोर विरोधी है, जबकि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने आरक्षण का समर्थन किया है। वाजपेयी ने कांग्रेस द्वारा लगातार डॉ. अंबेडकर के किए गए अपमानों की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब को मुंबई प्रेसीडेंसी के चुनाव में हरवाया। संविधान सभा का चुनाव हरवाया। संविधान सभा का चुनाव हरवाने के बाद हिंदू महासभा के सदस्य द्वारा रिक्त किए स्थान पर अंबेडकर को भेजा गया।

भाजपा नेता ने दावा किया कि कांग्रेस तो बाबा साहब अंबेडकर को संविधान सभा की ड्राफ्ट कमेटी का चेयरमेन नहीं बनाना चाहती थी। लेकिन डॉ. अंबेडकर चेयरमेन बने और भारत को उसकी माटी का यह संविधान मिला। इसी प्रकार 1952 के लोकसभा चुनाव में और 1954 में भंडारा के उपचुनाव में कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को हरवाया। बाद में कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को हराने वाले प्रत्याशी को पद्मविभूषण से कांग्रेस सरकार ने सम्मानित किया। उस कांग्रेस से अनुसूचित जाति वर्ग की समर्थक होने और डॉ. अंबेडकर के प्रति सम्मान होने की कल्पना भी बेमानी है।

भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाजपेयी ने बताया कि संसद के केंद्रीय कक्ष में स्वाधीनता सेनानी और संविधान निर्माण में सहयोग करने वाले वरिष्ठ नेताओं के चित्र लगे हुए हैं, लेकिन डॉ. अंबेडकर का चित्र कांग्रेस और तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने नहीं लगने दिया। जब स्व. अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तब वहां डॉ. अंबेडकर का चित्र लगा। अटलजी के प्रधानमंत्रित्व काल में ही डॉ. अंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान दिया गया। इसी प्रकार डॉ. अंबेडकर के निधनोपरांत उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में न हो, इसके लिए कांग्रेस से पूरा जोर लगाया और परिवार को इनका शव लेकर मुंबई जाने के लिए बाध्य किया। उनको मुंबई जाने के लिए विमान तक कांग्रेस ने उपलब्ध नहीं कराया।

प्रधानमंत्री मोदी ने पंचतीर्थ विकसित किया

वाजपेयी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचतीर्थ विकसित किया- जन्मभूमि महू, शिक्षा भूमि लंदन में मोदी-सरकार ने बाबा साहब अंबेडकर का स्मारक बनवाया, दीक्षा भूमि नागपुर पर स्मारक बनवाया, दिल्ली स्थित परिनिर्वाण स्थल को भी मोदी सरकार ने स्मारक के रूप में स्थापित किया और मुंबई की चैत्य भूमि, जहां डॉ. अंबेडकर का अंतिम संस्कार हुआ था। आज लाखों लोग वहां हर साल पहुंचते हैं। स्टैचू ऑफ इक्वलिटी बनाने का कार्य मोदी सरकार कर रही है।

भीम ऐप भी बनाया गया है। डॉ. अंबेडकर की 125वीं जन्म-जयंती भारत के अलावा 120 देशों में मनाई गई। 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया गया। डॉ. अंबेडकर की जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इसके अलावा केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल में डॉ. अंबेडकर के सम्मान में किए गए कार्यों की भी चर्चा भी उन्होंने की। वाजपेयी ने कहा कि आज संविधान की दुहाई देती कांग्रेस के संविधान विरोधी आचरण और कृत्यों का भी विस्तार से इस दौरान जिक्र किया।

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