फार्मेसी के विद्यार्थियों को पंजीयन के लिए अब छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जल्द ही पंजीयन प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है। फार्मेसी काउंसिल के पोर्टल में एक-दिनों बाद पंजीयन का विकल्प शुरू हो जाएगा। इससे फार्मेसी के पंजीयन के लिए फार्मेसी काउंसिल का दफ्तर नहीं जाना पड़ेगा।
नए नियम के अनुसार कॉलेजों को विद्यार्थियों के नाम ऑनलाइन चढ़ाने होंगे। इसके बाद विद्यार्थी अपना डॉक्यूमेंट अपलोड करेंगे। यह प्रक्रिया सॉफ्टवेयर की मदद से आटोमैटिक हो जाएगी। इससे कम समय लगेगा। अभी तक कॉलेजों को काउंसिल के पास विद्यार्थियों का नाम भेजना पड़ता था। इसके सत्यापन के लिए विद्यार्थियों को काउंसिल में उपस्थित होना होता था। इससे काफी परेशानी होती थी। आरसीईटी आर-1 में हुए कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. शेखर वर्मा ने की। वह यहां मनाए गए फार्मेसी सप्ताह के समापन समारोह में बतौर मुख्यअतिथि शामिल हुए थे।
काउंसिल अब सिर्फ लाइसेंस तक ही सीमित नहीं होगी उन्होंने बताया कि काउंसिल अब सिर्फ फार्मेसी के लाइसेंस और पंजीयन तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में फार्मेसी प्रोफेशन को मजबूत करने कार्ययोजना बनाई गई है। इसकी शुरुआत 10 दिसंबर से काउंसिल कवर्धा जिले के साथ होगी। काउंसिल हर जिले में राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस कराएगा। इसमें फार्मासिस्ट मार्केटिंग, मेडिसिन मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस डेलीगेशन, डॉक्टर्स के साथ अन्य प्रोफेशनल्स शामिल रहेंगे। मकसद फार्मेसी फील्ड को बेहतर करने के मजबूती देनी होगी।
फार्मेसी वीक के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया फार्मेसी सप्ताह के दौरान प्रश्नोत्तरी, दवाई कल्चर समेत अन्य प्रतियोगी का कार्यक्रम हुए। इसके विजेताओं को कार्यक्रम के आखिरी दिन मुख्यअतिथि वर्मा के हाथों पुरस्कृत किया गया। संस्थान के डायरेक्टर आरएंडडी एवं प्राचार्य डॉ. एजाजुद्दीन ने पंजीयन की प्रक्रिया को ऑनलाइन किए जाने को विद्यार्थियों के लिए सबसे बड़ी राहत बताया। कार्यक्रम में डायरेक्टर सीडीसी डॉ. एडविन एंथोनी, प्राचार्य डॉ. नीमा एस बालन, डॉ. राकेश हिमते, डॉ. मुकेश शर्मा आदि उपस्थित थे।