दुर्ग ट्रैफिक पुलिस अब तक सीसीटीवी कैमरों की मदद से गाड़ियों का चालान करती थी। अब वो और एडवांस हो गई है। यातायात व्यवस्था बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस जीपीएस मैप की मदद लेगी। वो जीपीएस मैप कैमरा का उपयोग करके वहां की फोटो लेगी और फिर चालान करेगी। इससे और अधिक पारदर्शिता आएगी।
ट्रैफिक डीएसपी सतीष ठाकुर और सदानंद विध्यराज ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस अब तक मनुअली चालान बनाती थी। अब वो हाईटेक उपकरणों का उपयोग करेक जीपीएस मैप कैमरा के उपयोग से चालान करेगी। ये काफी अच्छा तरीका है। इससी मदद से पुलिस बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले, दो पहिया वाहन में तीन सवारी, नाबालिक द्वारा वाहन चालन, मोडिफाईड सायलेंसर, गलत नंबर प्लेट, माल वाहक में सवारी ले जाना ऐसे वाहनों का फोटो लेगी।
फोटो लेने के बाद उनका ऑनलाइन चालान काटकर वाहन मालिक को नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस जारी होने के तीन दिने के भीतर वाहन मालिक को नेहरू नगर यातायात मुख्यालय आकर अपना पक्ष रखना होगा। ऐसा न करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जीपीएस मैप कैमरा से कार्यवाही के कई लाभ:
- जीपीएस कैमरा से फोटो लेने पर फोटो में लोकेशन, दिनांक, समय, वाहन नंबर एवं वाहन चालक द्वारा कौन से यातायात नियम का उल्लंघन किया है क्लीयर हो जाता है।
- वाहन चालक को कार्यवाही स्थल पर ज्यादा देर रोकने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- वाहन नंबर से वाहन मालिक का डिटेल निकालकर नोटिस सीधे घर भेजा जाता है।
- कार्यवाही के दौरान वाहन मालिक मुकर नहीं सकता कि उसने वो गलती नहीं की है।
- इससे कार्यवाही स्थल पर वाद विवाद की स्थिति निर्मित नहीं होती है और पारर्दिर्शता बनी रहेगी।
- इसका उपयोग पुलिस के सभी स्टाफ़ निरीक्षक से लेकर आरक्षक तक कर सकते हैं।