दर्दनाक हादसा: भिलाई स्टील प्लांट में ठेका कर्मचारी गर्म स्लैग में झुलसा
छत्तीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में एक बड़ा और चिंताजनक हादसा सामने आया है।
यहां पर काम कर रहे एक ठेका कर्मचारी का पैर गर्म स्लैग में आ जाने के कारण गंभीर रूप से झुलस गया।
इस दर्दनाक घटना के बाद उसे पहले मेन मेडिकल पोस्ट और फिर सेक्टर-9 अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है।
वर्तमान में उसका इलाज बर्न यूनिट में चल रहा है और स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
कौन है घायल कर्मचारी और क्या हुआ हादसे में?
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झुलसे हुए कर्मचारी का नाम धनेदर कुमार है, जिसकी उम्र 48 साल है।
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वह भिलाई स्टील प्लांट में “कैलरीस इंडिया रिफैक्ट्रीज लिमिटेड” नामक ठेका कंपनी के तहत काम कर रहा था।
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उसकी ड्यूटी ब्लास्ट फर्नेस नंबर-6 के स्लैग नाले पर लगाई गई थी।
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सोमवार को, जब वह रोज़ की तरह अपना काम कर रहा था, तभी अचानक से ब्लास्ट फर्नेस से गर्म स्लैग (धातु से निकला हुआ जलता हुआ पदार्थ) आ गया और उसके दोनों पैर इसकी चपेट में आ गए।
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झुलसने की पीड़ा में वह ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाया, जिस पर पास में मौजूद दूसरे कर्मचारी दौड़कर आए।
उपचार की प्रक्रिया और हालत
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घायल कर्मचारी को सबसे पहले मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक इलाज दिया गया।
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डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत सेक्टर-9 अस्पताल रेफर कर दिया।
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वहां अब उसका इलाज बर्न यूनिट में चल रहा है।
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डॉक्टरों के मुताबिक, उसकी हालत गंभीर है और उसे लंबे इलाज की जरूरत पड़ेगी।
यूनियन का आरोप – प्रबंधन की लापरवाही से हुआ हादसा
इस दर्दनाक घटना के बाद भिलाई इस्पात मजदूर संघ (BIMU) ने इस पूरे हादसे के लिए प्लांट प्रबंधन और ठेकेदार कंपनी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
यूनियन का कहना है:
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प्लांट में आए दिन इस तरह की दुर्घटनाएं हो रही हैं।
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सुरक्षा के नाम पर सेल (SAIL) करोड़ों रुपये खर्च करता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं हो रहा।
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काम के दौरान सुरक्षा उपकरणों की कमी, कर्मचारियों को बिना ट्रेनिंग खतरनाक क्षेत्रों में लगाना और लापरवाही से काम कराना, ये सब मिलकर हादसों को न्योता दे रहे हैं।
यूनियन ने दी आंदोलन की चेतावनी
भिलाई इस्पात मजदूर संघ के महामंत्री चन्ना केशवलू ने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उनकी मुख्य बातें कुछ इस प्रकार रहीं:
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प्लांट में हर महीने कोई न कोई कर्मचारी घायल होता है या जान गंवाता है।
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यह सिलसिला अब थमना चाहिए।
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उन्होंने बीएसपी प्रबंधन और ठेकेदार कंपनी के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
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यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यूनियन आंदोलन शुरू करेगी।
क्या होता है स्लैग और क्यों है यह इतना खतरनाक?
स्लैग (Slag) वह बेहद गर्म और तरल पदार्थ होता है, जो इस्पात बनाने की प्रक्रिया के दौरान फर्नेस से बाहर निकाला जाता है।
इसका तापमान 1000 से 1600 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है।
जोखिम:
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अगर किसी भी मानव अंग का इस गर्म पदार्थ से संपर्क हो जाए, तो गंभीर रूप से जल सकता है।
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सुरक्षा उपकरणों के बिना स्लैग एरिया में काम करना जानलेवा साबित हो सकता है।
क्यों बार-बार हो रहे हैं हादसे?
विशेषज्ञों और यूनियन के अनुसार हादसों के पीछे ये मुख्य कारण हैं:
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सुरक्षा मानकों का पालन न होना
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अपर्याप्त सुरक्षा उपकरण (जैसे – जूते, दस्ताने, हेलमेट आदि)
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अनट्रेंड श्रमिकों को जोखिम वाले काम में लगाना
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ठेकेदारों द्वारा कर्मचारियों की अनदेखी
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काम के दबाव में सुरक्षा नियमों की अनदेखी
यूनियन की मांगें क्या हैं?
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इस हादसे की जांच के लिए स्वतंत्र समिति बनाई जाए।
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घायल कर्मचारी को समुचित मुआवजा और मुफ्त इलाज दिया जाए।
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भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो इसके लिए सख्त सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं।
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ठेकेदार कंपनियों की जवाबदेही तय हो।
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स्थायी कर्मचारी नियुक्त किए जाएं, ताकि ठेका प्रथा से होने वाली लापरवाही कम हो।
निष्कर्ष: कब सुधरेंगे हालात?
भिलाई स्टील प्लांट जैसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र में हर कर्मचारी की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
यह सिर्फ एक व्यक्ति की चोट नहीं है, यह पूरे सिस्टम की लापरवाही को उजागर करती है।
यदि समय रहते सुधार नहीं हुए, तो यूनियन के आंदोलन से पहले और गंभीर घटनाएं हो सकती हैं।
️ आम लोगों के लिए संदेश
यदि आप औद्योगिक क्षेत्र में काम करते हैं या आपके परिवार का कोई सदस्य काम करता है, तो:
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हमेशा सुरक्षा उपकरण पहनें
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खतरनाक क्षेत्रों में काम करने से पहले पर्याप्त जानकारी और ट्रेनिंग लें
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अगर कोई सुरक्षा चूक दिखाई दे तो उसे तुरंत रिपोर्ट करें
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यूनियन और प्रबंधन के साथ मिलकर सुरक्षा को प्राथमिकता दें