कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 27 टूरिस्ट की जान ले ली। अब इसका प्रभाव अब टूरिस्ट कारोबार भी पड़ रहा है । जम्मू-कश्मीर में सैकड़ों आतंकी हमले हुए, लेकिन टूरिस्ट कभी टारगेट नहीं रहे। इसकी वजह छत्तीसगढ़ से कश्मीर घूमने के लिए जाने वाले लोग अपनी बुकिंग कैंसिल करवा रहा है। हर साल सीजन के दो महीनों में रायपुर से 8 से 10 हजार लोग कश्मीर घूमने जाते है। इस घटना के बाद से ही पिछले 2 दिनों में ही रायपुर से की गई 800 से ज्यादा बुकिंग कैंसिल की गई है। रायपुर में 100 से अधिक टूर एड़ ट्रेवल्स एजेंसियां है। लगातार लोग उनकी ओर से की गई बुकिंग कैंसिल करवा रहे है।
लोग डरे हुए है सभी बुकिंग कैंसिल करवा रहे है
रायपुर में टूर एंड ट्रैवल्स के संचालक शब्बीर सैफी ने बताया पहलगाम के हमले के बाद वहां गेस्ट डरे हुए हैं । रायपुर से 19 लोगों की फैमिली का एक ग्रुप कल वहां से चैक आउट करने वाला है। वे लोग घटना के एक दिन पहले पहलगाम में थे। रायपुर के सभी टूरिस्ट रायपुर होटल के अंदर है होटल से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
शब्बीर ने बताया कि हमारे यहां से अप्रैल के आखिरी महीने और मई के महीने में काश्मीर जाने के लिए बुकिंग थी सभी अपना प्रोग्राम कैंसिल कर दिया है । छत्तीसगढ़ से कोई कश्मीर कोई नहीं जाना चाहता है।
दिल्ली में ही लोगों को रुकवाया
टूर एंड ट्रेवल एंजेसी का संचालन करने वाली रुपाली साहू ने बताया कि जम्मू कश्मीर की बुकिंग लोग कैंसिल कर रहे है। आज एक परिवार कश्मीर पहुंचने वाला था, जिनको हमने दिल्ली में उतरवा दिया और अभी पैकेज का पूरा रिफंड करवाया जा रहा है। इसके साथ ही साथ कुछ बुकिंग मई के पहले और दूसरे सप्ताह में की गई थी। सभी क्लाइंट ने अपनी बुकिंग कैंसिल करवा ली है।
कश्मीर टूरिज्म और वहां की अर्थ व्यवस्था पर पड़ेगा असर
रायपुर में टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग कह रहे है कि पहलगाम में टूरिस्ट पर हए हमले के बाद कश्मीर टूरिज्म और वहां की अर्थ व्यवस्था पर सीधा असर पड़ने वाले है। बड़ी मुश्किल से कश्मीर का टूरिज्म पटरी पर आया था लेकिन टूरिस्ट पर हुए हमले के बाद कश्मीर के पर्यटन फिर से उठने में समय लगेगा और लोगों के दिल से डर निकलने में समय लगेगा।