अप्रैल के माह में जहाँ परीक्षा होते ही बच्चें धीरे-धीरे स्कूल आना कम कर देते है। ऐसे में बेमेतरा जिले के शासकीय प्राथमिक शाला अकोला की प्रधान पाठिका हिम कल्याणी सिन्हा ने बच्चों को स्कूल से जोड़े रखने के लिए विभिन्न प्रकार से प्रयास किए। जिसके कारण बच्चों की उपस्थित शाला में शतप्रतिशत और सराहनीय रहा।
इस दौरान बच्चों के साथ कई रोचक गतिविधि कराई गई। कहानी लेखन, मूर्तिकला, चित्रकला, अभिनय, बालगीत, गीत, कविता, अख़बार से टोपी बनाना, धागा में मोती पिरोना, लीफ आर्ट अंतर्गत पत्तियों से चित्रकारी किए, नाम कार्ड बनाये, ऊँगली और अंगूठा के छाप से चित्र बनाना, शब्द जाल बनाना, रचनात्मक लेखन, मुखौटा निर्माण करना ऐसे कई गतिविधि जिससे विद्यालय का वातावरण बहुत ही सुहाना बन गया।

एससीईआरटी की टीम ने स्कूल अकोला का किया निरीक्षण
इस बीच सुमित पाण्डेय एफएलएन सह नवाजतन एसआरजी और आरती ठाकुर एफएलएन सह नवाजतन एसआरजी, एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) की टीम रायपुर के द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला अकोला का निरीक्षण किए। बच्चों से एफएलएन स्तर के सवाल पूछे। जिसका बच्चें बहुत सुंदर जवाब दिए।

बच्चों में पाया गया बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान
एसआरजी आरती ठाकुर ने बच्चों को बाल गीत ‘एक बुढ़िया ने बोया दाना सुनाई’ , बच्चें बहुत ख़ुश हुए। बच्चों को किताब पढ़ाकर कर भी देखा। दूसरी, तीसरी कक्षा के बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पाया गया। बच्चों और शिक्षकों के कार्य की खूब सराहना किए। इसी तरह से निरंतर अच्छे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। प्रधान पाठिका हिम कल्याणी ने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें तरबूज, पपीता, अंगूर खिलाई। सहायक शिक्षक हेमलता ठाकुर, हिरेश टंडन का सहयोग मिला।