हम सेवा कराने नहीं, सेवा करने आए हैं और जहां समस्या है, वहीं तकलीफ दूर करने जाना जनप्रतिनिधियों का धर्म है। यह प्रेरणास्पद संदेश धमतरी जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा ने ग्राम बनरौद स्थित विश्रामगृह में नवनिर्वाचित सरपंचों की बैठक को संबोधित करते हुए दिया। बैठक का उद्देश्य ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) की व्यापक जानकारी देना और पंचायतों को जमीनी विकास की ओर ठोस योजना के साथ अग्रसर करना था।
अरुण सार्वा ने कहा कि, चुनाव के समय जनता से जो वादे किए गए थे, अब समय है उन्हें पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से धरातल पर उतारने का। उन्होंने सभी सरपंचों से अपील की कि, वे GPDP के तहत ग्रामसभा की सहभागिता से योजना बनाएं, जिससे गांवों का समग्र और टिकाऊ विकास सुनिश्चित हो सके।
सार्वा ने बताया GPDP के 9 विषय, जिन पर सरपंचों को करना है कार्य
- गरीबी उन्मूलन और आजीविका संवर्धन 2. स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता 3. शिक्षा का सुदृढ़ीकरण 4. कृषि, पशुपालन और जल संसाधन प्रबंधन 5. सामाजिक कल्याण (SC/ST/OBC/दिव्यांग) 6. सार्वजनिक वितरण प्रणाली और सामाजिक सुरक्षा 7. सड़क, आवास और बिजली जैसी आधारभूत संरचना का विकास 8. डिजिटल ग्राम और ई-गवर्नेंस 9. महिला और बाल विकास।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि, इन बिंदुओं को ध्यान में रखकर बनी योजना से न सिर्फ गांवों का कायाकल्प होगा, बल्कि पंचायतें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकती हैं। उन्होंने कम संसाधनों में भी प्रभावी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने की रणनीति पर जोर दिया।
सरपंचों का आक्रोश और ठेकेदारों पर आरोप
बैठक के दौरान जल जीवन मिशन के तहत बनी टंकियों की खराब गुणवत्ता, पाइपलाइन बिछाने में अनियमितता, और निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को लेकर सरपंचों ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि कई गांवों में पेयजल संकट चरम पर है, जबकि कागजों में लाखों रुपए खर्च दिखाए गए हैं। सरपंचों ने ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
विशिष्ट उपस्थिति और पंचायत प्रतिनिधियों की भागीदारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में अनेक जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से अजय ध्रुव (सभापति, जिला पंचायत धमतरी), महेश गोटा (अध्यक्ष, जनपद पंचायत नगरी), शुभम यदु, प्रेम सलाम (सभापति, जनपद पंचायत नगरी), श्रीमती ईश्वरी साहू, श्रीमती चंद्रकला साहू (जनपद सदस्य), संजय मरकाम (कुकरेल मंडल अध्यक्ष), टेलेश्वर ठाकुर (पूर्व मंडल अध्यक्ष), भानुप्रताप साहू सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कई पंचायतों के सरपंचाों ने बैठक में लिया हिस्सा
ग्राम आमदी, करेहा, बंधा, झुरातराई, सियादेही, झुंझराक्सा, चिवँर्री, कांटाकुरीडीही, बाजार कुरीडीही, बनबगौद, गट्टासिल्ली सहित अनेक पंचायतों के सरपंचों ने सक्रिय रूप से बैठक में भाग लिया और भविष्य में ऐसी बैठकों की निरंतरता की मांग की। इस संवादात्मक बैठक ने सरपंचों को न सिर्फ GPDP की बारीक जानकारी दी, बल्कि गांवों की समस्याओं को भी प्रमुख मंच प्रदान किया। निश्चित ही यदि इस दिशा में ठोस पहल होती है, तो आने वाले समय में धमतरी जिले की पंचायतें राज्य और देश में मिसाल बन सकती हैं।