छत्तीसगढ़ के कई जिलों में गुरुवार को आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश से काफी नुकसान हुआ है। कुरुद और भखारा अंचल में तेज आंधी तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि से तापमान में जरूर कमी आई है, लेकिन ओलावृष्टि के बाद किसानों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि किसानों को अब अपने सामने चारों तरफ नुकसान ही नुकसान नजर आ रहा है।
दरअसल, मंगलवार देर शाम के बाद से गुरुवार को भी तेज आंधी तूफान के साथ बारिश हुई। इस बारिश से लोगों को भीषण गर्मी में राहत जरूर मिली। तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 25 डिग्री पर पहुंच गया। लेकिन कई जगह ओले भी गिरे जिससे क्षेत्र में किसानों के खेत में लगी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है।

किसानों को हुआ भारी नुकसान
कुरुद तहसील के बगौद, कुहकुहा, भुसरेंगा, परखन्दा आदि गांवों में पौधे पर लगे हरे टमाटर जमीन पर गिरे हुए हैं। वहीं भखारा क्षेत्र के ग्राम जोरातराई (सी), खपरी, सेमरा आदि गांवों में अगले 10 दिन में जो धान की फसल उन्हें पककर मिलने वाली थी वो बर्बाद हो गई है। धान की खड़ी फसलों में लगी बालियां ओले पड़ने से पिट गई है।
कई शादी मंडप हवा में उड़े, भोजन व्यवस्था बिगड़ी
वहीं गुरुवार को दोपहर 4 बजे से 2 घंटे तक तेज बारिश, आंधी तूफान और ओलावृष्टि हुई। जिससे कई शादी के मंडप को क्षतिग्रस्त कर भोजन व्यवस्था को अस्तव्यस्त कर दिया। ग्राम पचपेड़ी में उर्वशी साहू ने अपने बेटा, बेटी की शादी रचाई है। कल बारात और चौथिया के साथ मेहमान पहुंचे हुए थे। इस बीच तेज आंधी ने उनके घर की छप्पर, मंडप हवा में उड़ गए। जिससे काफी नुकसान हुआ है। सैकड़ों लोगों के लिए बनाए भोजन में रेत, मिट्टी, धूल घुस गए,जिससे उन्हें मेहमानों के लिए फिर से भोजन बनवाना पड़ा। खबर है कि ऐसे और अनेक शादियों को इस बेमौसम बारिश ने किरकिरा किया है।