दुर्ग में माकड्रिल का आयोजन : शाम 7.30 से 7.45 बजे तक शहर में रहेगा ब्लैकआउट, किया जाएगा रिहर्सल

Spread the love

 छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में माकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर के निर्देशानुसार आज शाम 7.30 से 7.45 बजे तक सेक्टर 1 और 9 के अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं को छोड़कर पूरी तरह से शहर में ब्लैकआउट लागू रहेगा। जो कि आज किये जा रहे माकड्रिल का ही हिस्सा हैं। तदनुसार शहर में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बंद रहेगी। 

इस दौरान जनरेटर, इन्वर्टर, इमरजेंसी लाइट या मोबाइल टॉर्च इत्यादि अन्य उपकरणों का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान सड़कों पर चलने वाले वाहनों को ब्लैक आऊट के दौरान यथास्थान रोककर अपने वाहन की लाइटें भी बंद करना होगा। जन सामान्य से अनुरोध है कि कृपया इसका सख्ती से पालन किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए। भिलाई स्टील प्लांट की ओर से विज्ञप्ति जारी की गई है। कलेक्टर के साथ अन्य बल रिहल्सल में शामिल रहेंगे।

कलेक्टर ने ली मीटिंग 

दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से जुड़ी एक अहम बैठक हुई, जिसमें पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग और अन्य प्रमुख एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में निर्णय लिया गया कि बुधवार शाम 4 बजे दुर्ग जिले में सिविल डिफेंस वॉर मॉक ड्रिल की जाएगी।

ये स्थान रहेंगे मॉक ड्रिल का प्रमुख केंद्र

कलेक्टर ने बताया कि भिलाई स्टील प्लांट एक वैनेरेबल लोकेशन (अत्यंत संवेदनशील स्थल) है, इसलिए इसे मॉक ड्रिल का प्रमुख केंद्र बनाया गया है। यहां वॉर सायरन बजाया जाएगा। इसके अलावा पुलगांव, इंदिरा मार्केट, भिलाई टाउनशिप सेक्टर-6, मॉल और पावर हाउस क्षेत्रों में भी सायरन अलर्ट जारी किए जाएंगे।

सायरन बजने पर यह करें 

जनता को जागरूक करने के लिए एक विशेष वीडियो तैयार किया गया है, जिसमें बताया गया है कि सायरन बजने पर लोगों को क्या करना चाहिए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किया जाएगा। नागरिकों से अपील की गई है कि वे वीडियो में दिए गए निर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

स्वास्थ्य और आपात सेवाएं पूरी तरह तैयार 

स्वास्थ्य विभाग ने आपात स्थिति के लिए 1000 बेड आरक्षित किए हैं, जिनमें 800 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं। जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को एकीकृत किया गया है। घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिले, इसके लिए होमगार्ड और रेस्क्यू टीमें तैनात कर दी गई हैं। साथ ही एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और पुलिस बलों के लिए कॉमन कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है।

मॉक ड्रिल में यह होगा 

एसडीआरएफ कमांडेंट नागेन्द्र सिंह के अनुसार, मॉक ड्रिल के दौरान सायरन और चेतावनी संदेश प्रसारित किए जाएंगे। इंडियन एयर फोर्स से रेडियो और हॉटलाइन के जरिए संपर्क साधा जाएगा। कंट्रोल रूम और शैडो कंट्रोल रूम एक्टिव रहेंगे। स्कूलों और आम जनता को सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा। ब्लैकआउट की स्थिति में शहर को अंधकार में रखने की भी तैयारी है। फायर ब्रिगेड, वार्डन, रेस्क्यू टीमें एक्टिव रहेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *