विधानसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही लोगों को 500 रुपए में सिलेंडर मिलने की उम्मीद जग गई है। इसके लिए गैस एजेंसियों में आधार कार्ड अपडेट कराने लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है।
दरअसल पिछले महीने ही केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक नया आदेश जारी किया है इसके तहत अब जिस घर में जिसके नाम से सिलेंडर है उसे गैस एजेंसी में उपस्थित होकर बताना होगा कि सिलेंडर लेने वाला शख्स वही है। इसकी पुष्टि के लिए लोगों से उनका आधार कार्ड मंगवाया जा रहा है। गैस एजेंसियों को ईकेवाईसी के लिए मशीन भी दी गई है। इसमें उन लोगों को अंगूठे का निशान लगाना है जिनके नाम से गैस कार्ड है। इससे पहले केंद्र सरकार ने राशन कार्ड का भी ईकेवाईसी शुरू किया था। इसमें भी सभी लोगों को राशन दुकान में उपस्थित होकर अंगूठा लगाना था जिनके नाम राशन कार्ड में है।
केंद्र सरकार की ओर से जारी नए नियम से यह भी स्पष्ट हो गया है कि जो लोग ईकेवाईसी नहीं कराएंगे उन्हें सस्ता सिलेंडर या सिलेंडर में मिलने वाली सब्सिडी नहीं मिलेगी। राज्य सरकार जब भी 500 रुपए में सिलेंडर देगी तो इसका फायदा भी उनको होगा जिन्होंने ईकेवाईसी कराया है।
एक नाम से एक ही सिलेंडर
नए नियमों के तहत यह भी साफ हो गया है कि किसी भी घर में एक ही नाम से दो से ज्यादा सिलेंडर हैं तो दूसरा सिलेंडर ऑटोमेटिक ब्लॉक हो जाएगा। यानी एक घर में एक नाम से केवल एक ही सिलेंडर होगा। केंद्र सरकार ऐसे सभी कनेक्शन को ब्लॉक करना चाहती है जो अवैध तरीके से लिए गए हैं। सरकार के पास यह भी रिपोर्ट है कि एक नाम से लोगों ने एचपी, बीपीसीएल और इंडेन में भी गैस कनेक्शन ले लिया है। ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए भी केंद्र सरकार ने यह नियम लागू किया है।