शहर में शराब दुकानों के आसपास संचालित सभी अवैध अहातों को निगम ने ध्वस्त कर दिया है। अब यहां फिर से अवैध रूप से चखना सेंटर शुरू हुआ, तो इसका जिम्मेदार आबकारी विभाग होगा। अब तक आबकारी विभाग की शह पर ही अवैध अहाते संचालित हो रहे थे। सत्ता बदलते ही पहला बुलडोजर अवैध अहातों पर चलाया गया।
नगर निगम अतिक्रमण दस्ता ने चार दिनों में 23 जगहों के शराब दुकानों के पास चल रहे करीब 40 अहाते को ढहाया। तीसरे दिन की कार्रवाई में गायब आबकारी विभाग काे कलेक्टर की फटकार पड़ी तो चौथे दिन आबकारी विभाग से दो कर्मचारी कार्रवाई में शामिल हुए।
चौथे दिन नगर निगम अतिक्रमण निवारण दस्ता ने चांटीडीह में 4 और भारतीय में 4 अवैध अहाते को तोड़ा। पिछले तीन दिन से हो रही कार्रवाई को देखते हुए इन दोनों जगह पर संचालित चखना सेंटर बंद मिले। निगम ने यहां के अहाता को तोड़कर कार्रवाई पूरी की। ज्ञात हो कि लगातार 2 दिन की कार्रवाई के बाद तीसरे दिन आबकारी विभाग का अमला गायब हो गया था।
नगर निगम की टीम ने फोन कर सूचना दी थी फिर भी कोई भी अधिकारी-कर्मचारी कार्रवाई में शामिल नहीं हुए।
दोबारा जांच के लिए पहुंची टीम
अवैध अहातों को तोड़ने के बाद निगम कमिश्नर के आदेश पर अतिक्रमण शाख की टीम जहां-जहां कार्रवाई की थी, वहां फिर पहुंची। सभी जगह खाली मिले। अब आगे कार्रवाई करने की जिम्मेदारी आबकारी विभाग के अधिकारियों की है।
अवैध प्लॉटिंग की बारी
अवैध प्लॉटिंग पर निगम समय-समय पर कार्रवाई करता रहा है, लेकिन सत्ता बदलने के बाद पहली बार बड़े पैमाने पर कार्रवाई होगी। यानी अवैध अहाते के बाद दूसरा बुलडोजर अवैध प्लॉटिंग पर चलेगा।
अब लोग खुलेआम पी रहे शराब
अवैध अहातों पर बुलडोजर चलने के बाद अब शराबी शराब दुकानों के पास ही खुले आम शराब पी रहे हैं, लेकिन न तो आबकारी विभाग को कोई खबर है और न ही पुलिस विभाग को। निगम ने अवैध अहाते को तोड़ दिए हैं, लेकिन सार्वजनिक जगहों पर हो रही शराबखोरी पर कार्रवाई की जिम्मेदारी पुलिस और आबकारी विभाग की है।
जानिए… शहर के किस अहाते से कितनी हो रही थी आय
- मंगला में 10 से 12 हजार रुपए तक आय
- कोनी में 8 से 10 हजार रुपए तक आय
- स्वदेशी प्लाजा में 15 से 18 हजार रुपए तक आय
- व्यापार विहार में 10 से 13 हजार रुपए तक आय
- सरकंडा क्षेत्र में 8 से 10 हजार रुपए तक आय
- ड्रीम लैंड स्कूल सरकंडा 6 से 8 हजार रुपए तक आय
- अशोक नगर में 10 से 12 हजार रुपए तक आय
- शनिचरी में 12से 14 हजार रुपए तक आय
- मोपका में 7 से 9 हजार रुपए तक आय
- पुराना बस स्टैंड से 8 से 10 हजार तक आय
- तिफरा यदुनंदन नगर 10 से 11 हजार तक आय
- ट्रांसपोर्ट नगर 8 से 10 रुपए तक आय
(इसी तरह 23 जगहों पर 40 अहातों से रोजाना न्यूनतम 6 और अधिकतम 15 हजार रुपए की अवैध कमाई की जा रही थी)
आबकारी के लिए थे कमाई का जरिया
शराब दुकानों के आसपास संचालित सभी अवैध अहाते आबकारी विभाग के लिए अवैध कारोबार का जरिया बन चुका था। ड्रग एंड फूड के लाइसेंस पर अवैध रूप से अहाते चलाए जा रहे थे। बार-बार शिकायत के बाद भी आबकारी विभाग की टीम ने इन अवैध अहातों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। सत्ता बदलते ही सबसे पहले नई सरकार ने इन अवैध अहातों पर बुलडोजर चलाना शुरू किया।
कचरे का अंबार लगा
कार्रवाई के बाद सभी जगहों पर पानी के खाली बोतल, पाउच और डिस्पोजल का ढेर है। इसकी सफाई में ही निगम को कई दिन का समय लगेगा। नगर निगम का कहना है कि सभी जगहों पर जल्द ही टीम भेजकर सफाई कराई जाएगी।
सभी अहाते ढहाए गए
चार दिनों में शहर और आउटर में 23 जगहों पर करीब 40 अवैध अहातों को तोड़ दिया गया है। कार्रवाई पूरी हो चुकी है। जहां शिकायत मिलेगी, वहां आदेशानुसार फिर कार्रवाई होगी।
– प्रमिल शर्मा, प्रभारी, अतिक्रमण निवारण दस्ता, नगर निगम
रात 1 बजे तक खुल रहे थे बार, सरकार बदलते ही याद आई समय की पाबंदी
कांग्रेस के राज में एक बजे तक बार में शराब परोसी जा रही थी। सरकार बदलते ही ही समय पर बार बंद करने के निर्देश बार संचालकों को आबकारी अधिकारी ने जारी किए है, लेकिन इसके बाद भी रात एक बजे तक शराब के नशे में धूत लोग बार से बाहर निकल रहे हैं। ऐसा नजारा कई बार के सामने आम है। एक बार के मैनेजर ने मीडिया को बताया कि पहले आबकारी की खुली छूट थी।
आराम से लोग देर रात तक बैठकर शराब पीते थे। बार तय समय से एक घंटे की देरी तक खोल सकते थे, लेकिन नई सरकार बनते ही आबकारी अधिकारियों ने मौखिक आदेश देते हुए बार समय से बंद करने को कहा है, इसलिए वे और शहर के कुछ अन्य बार संचालक पौने 12 बजे के बाद लोगों को प्रवेश नहीं दे रहे हैं, लेकिन कुछ बार संचालक रात एक बजे तक लोगों को बिठाकर शराब परोस रहे हैं। इनमें ज्यादातर क्लब और होटल में संचालित बार शामिल है।
शहर में 20 लोगों को दिए गए हैं लाइसेंस
आबकारी ने शहरी क्षेत्र में 20 लोगों को बार संचालन का लाइसेंस दिया है। इनमें आंनदा, इंटरसिटी, कोर्टयार्ड मैरियट, पार्टीशियन, रामा वर्ल्ड, होटल आनंद, हैवेंस पार्क, एमरॉल्ड, पाली नटराज बार, प्लेटिनम, एमिंगोज, ब्लैक बेरी, मोटल बिलासपुर सिटी, इलिशियम, गोल्डन बार, रेड चिली, ईस्ट पार्क, सूर्या बार, तंत्रा और भूगोल शामिल हैं।
साढ़े 12 बजते ही रूम की सुविधा दे रहे
शहर में क्लब और बार दोनों का समय 12 बजे तक है, लेकिन इसके बाद भी शराब परोसी जा रही है। तय समय से अधिक समय होने पर कमरे में बैठाकर शराब परोसी जाती है। लोग रूम लेकर पूरी रात शराब पीते हैं।