छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में तीन वर्ष में 1500 वाहनों में अब तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लग पाए हैं। जबकि, लक्ष्य एक लाख 78 हजार है। वजह ये है कि वाहन मालिकों को इसमें रूची नहीं है। अब परिवहन विभाग, ब्लॉकों में शिविर लगाने जा रहा है।
HSRP Number Plate: परेशानी का सामना
दरअसल, 2019 से पहले पंजीकृत वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है। अभी छह हजार वाहनों में नंबर प्लेट लगाने के लिए ऑर्डर भी जारी हो गया है। लोगों से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए अपील की जा रही है। कलेक्ट्रेट में 15 मई तक शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा बागबाहरा विकासखंड में 19 और 20 अप्रैल को शिविर लगाने की तैयारी चल रही है।
विभिन्न विकासखंडों में अब शिविर लगाने की तैयारी
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में अशोक चक्र का थ्रीडी होलोग्राम होता है। इंटरनेशनल रजिस्ट्रेशन कोड होता है। यूनिक कोड दिया जाता है। वाहनों की चोरी व धोखाधड़ी रोकने में यह नंबर सहायक है। नंबर प्लेट वाहनों की पहचान और ट्रैकिंग की जा सकती है। जिला परिवहन अधिकारी आरके ध्रुव ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। आगामी दिनों में बागबाहरा में शिविर लगेगा।
ये है निर्धारित दर
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दोपहिया वाहनों के लिए 365 रुपए, तीन पहिया वाहनों के लिए 427 रुपए, एलएचवी 656 रुपए और हैवी कमर्शियल वाहनों के लिए 705.64 रुपए निर्धारित किया गया है। इन दरों में जीएसटी भी जोड़ा गया है। प्रत्येक इंस्टॉलेशन के लिए 50 से 100 रुपए अतिरिक्त चार्ज लिया जा रहा है और शिविर में यह दरें और भी कम हो सकती हैं।