छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय शुक्रवार को दो दिनों के लिए दिल्ली रवाना हो गए। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना है। खास बात यह है कि पिछले 12 दिनों में यह दूसरी बार है जब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आमने-सामने बैठकर चर्चा करने जा रहे हैं।
✈️ दिल्ली रवाना होने से पहले क्या बोले मुख्यमंत्री?
दिल्ली रवाना होने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा,
“मैं दो दिन के दिल्ली प्रवास पर जा रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट होगी। इस दौरान छत्तीसगढ़ में हो रहे विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही नक्सल ऑपरेशन की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी जाएगी।”
पिछली मुलाकात – नीति आयोग की बड़ी बैठक
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इससे पहले भी 24 मई को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे। उस समय नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक हो रही थी, जिसमें देश के विकास पर चर्चा की गई थी।
बैठक का विषय था –
‘विकसित राज्य से विकसित भारत @2047’
यानि कि भारत को वर्ष 2047 तक पूरी तरह से एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प।
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की ओर से एक बड़ा आर्थिक लक्ष्य पेश किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 75 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह लक्ष्य तभी संभव है जब केंद्र सरकार का सहयोग भी निरंतर मिलता रहे।
केंद्र की योजनाओं की होगी समीक्षा
इस बार की मुलाकात में चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहेगा – केंद्र सरकार की योजनाओं की प्रगति।
-
छत्तीसगढ़ में केंद्र की कई योजनाएं चल रही हैं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएं, आदि।
-
उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री इन योजनाओं की रिव्यू रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देंगे और राज्य को मिलने वाले फंड में बढ़ोतरी की मांग भी रखेंगे।
नक्सल ऑपरेशन पर विशेष जानकारी
छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जो कई वर्षों से नक्सलवाद की समस्या से जूझ रहा है। हालांकि हाल के दिनों में राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त रणनीति के चलते नक्सल इलाकों में शांति लौट रही है।
मुख्यमंत्री साय प्रधानमंत्री को बताएंगे –
-
अब तक किस क्षेत्र में क्या-क्या ऑपरेशन चलाए गए हैं
-
कितने नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुरक्षित घोषित किए जा चुके हैं
-
आम लोगों को नक्सलियों के प्रभाव से बाहर लाने के लिए सरकार क्या कर रही है
-
पुलिस और सुरक्षाबलों को किस तरह तकनीक से लैस किया जा रहा है
छत्तीसगढ़ का “3T मॉडल” क्या है?
राज्य सरकार ने प्रशासनिक कार्यों को पारदर्शी और तेज बनाने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है, जिसे कहा जा रहा है – “3T मॉडल”।
इसका मतलब है:
-
Technology (तकनीक) – सरकारी कामों में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
-
Transparency (पारदर्शिता) – कामकाज में खुलापन, जिससे भ्रष्टाचार पर रोक लगे
-
Transformation (परिवर्तन) – पूरी सरकारी व्यवस्था को जन-हितैषी और असरदार बनाना
इस मॉडल के तहत:
-
ज्यादातर सरकारी सेवाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं
-
लोगों को समय पर प्रमाण पत्र, शिकायत निवारण, और वित्तीय सहायता जैसे काम सरल प्रक्रिया में मिल रहे हैं
-
इससे जनता का सरकारी सिस्टम पर भरोसा बढ़ा है, और कामकाज भी तेज हुआ है
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की नजदीकी बढ़ रही
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो मुख्यमंत्री साय और प्रधानमंत्री मोदी के बीच लगातार मुलाकातें यह संकेत देती हैं कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच तालमेल मजबूत हो रहा है।
इससे छत्तीसगढ़ को आने वाले समय में अधिक निवेश, नई परियोजनाएं, और सुरक्षा सहायता मिल सकती है।
आने वाले समय में क्या होगा?
-
मुख्यमंत्री की यह मुलाकात छत्तीसगढ़ के भविष्य की योजनाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
-
न सिर्फ नक्सलवाद पर सख्त कार्यवाही की दिशा तय होगी, बल्कि राज्य में औद्योगिक विकास, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाएं, और शिक्षा जैसे मुद्दों पर भी केंद्र से मदद की उम्मीद है।
-
संभावना है कि प्रधानमंत्री मोदी आने वाले महीनों में छत्तीसगढ़ का दौरा भी कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय शुक्रवार को दो दिनों के लिए दिल्ली रवाना हो गए। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करना है। खास बात यह है कि पिछले 12 दिनों में यह दूसरी बार है जब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आमने-सामने बैठकर चर्चा करने जा रहे हैं।
✈️ दिल्ली रवाना होने से पहले क्या बोले मुख्यमंत्री?
दिल्ली रवाना होने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा,
“मैं दो दिन के दिल्ली प्रवास पर जा रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट होगी। इस दौरान छत्तीसगढ़ में हो रहे विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही नक्सल ऑपरेशन की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी जाएगी।”
पिछली मुलाकात – नीति आयोग की बड़ी बैठक
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इससे पहले भी 24 मई को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे। उस समय नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक हो रही थी, जिसमें देश के विकास पर चर्चा की गई थी।
बैठक का विषय था –
‘विकसित राज्य से विकसित भारत @2047’
यानि कि भारत को वर्ष 2047 तक पूरी तरह से एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प।इस बैठक में मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की ओर से एक बड़ा आर्थिक लक्ष्य पेश किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 75 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह लक्ष्य तभी संभव है जब केंद्र सरकार का सहयोग भी निरंतर मिलता रहे।
केंद्र की योजनाओं की होगी समीक्षा
इस बार की मुलाकात में चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहेगा – केंद्र सरकार की योजनाओं की प्रगति।
-
छत्तीसगढ़ में केंद्र की कई योजनाएं चल रही हैं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएं, आदि।
-
उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री इन योजनाओं की रिव्यू रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देंगे और राज्य को मिलने वाले फंड में बढ़ोतरी की मांग भी रखेंगे।
नक्सल ऑपरेशन पर विशेष जानकारी
छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जो कई वर्षों से नक्सलवाद की समस्या से जूझ रहा है। हालांकि हाल के दिनों में राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त रणनीति के चलते नक्सल इलाकों में शांति लौट रही है।
मुख्यमंत्री साय प्रधानमंत्री को बताएंगे –-
अब तक किस क्षेत्र में क्या-क्या ऑपरेशन चलाए गए हैं
-
कितने नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुरक्षित घोषित किए जा चुके हैं
-
आम लोगों को नक्सलियों के प्रभाव से बाहर लाने के लिए सरकार क्या कर रही है
-
पुलिस और सुरक्षाबलों को किस तरह तकनीक से लैस किया जा रहा है
छत्तीसगढ़ का “3T मॉडल” क्या है?
राज्य सरकार ने प्रशासनिक कार्यों को पारदर्शी और तेज बनाने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है, जिसे कहा जा रहा है – “3T मॉडल”।
इसका मतलब है:-
Technology (तकनीक) – सरकारी कामों में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
-
Transparency (पारदर्शिता) – कामकाज में खुलापन, जिससे भ्रष्टाचार पर रोक लगे
-
Transformation (परिवर्तन) – पूरी सरकारी व्यवस्था को जन-हितैषी और असरदार बनाना
इस मॉडल के तहत:
-
ज्यादातर सरकारी सेवाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं
-
लोगों को समय पर प्रमाण पत्र, शिकायत निवारण, और वित्तीय सहायता जैसे काम सरल प्रक्रिया में मिल रहे हैं
-
इससे जनता का सरकारी सिस्टम पर भरोसा बढ़ा है, और कामकाज भी तेज हुआ है
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की नजदीकी बढ़ रही
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो मुख्यमंत्री साय और प्रधानमंत्री मोदी के बीच लगातार मुलाकातें यह संकेत देती हैं कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच तालमेल मजबूत हो रहा है।
इससे छत्तीसगढ़ को आने वाले समय में अधिक निवेश, नई परियोजनाएं, और सुरक्षा सहायता मिल सकती है।आने वाले समय में क्या होगा?
-
मुख्यमंत्री की यह मुलाकात छत्तीसगढ़ के भविष्य की योजनाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
-
न सिर्फ नक्सलवाद पर सख्त कार्यवाही की दिशा तय होगी, बल्कि राज्य में औद्योगिक विकास, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाएं, और शिक्षा जैसे मुद्दों पर भी केंद्र से मदद की उम्मीद है।
-
संभावना है कि प्रधानमंत्री मोदी आने वाले महीनों में छत्तीसगढ़ का दौरा भी कर सकते हैं।
-