आशीष गुप्ता- बतौली। छत्तीसगढ़ के बतौली में इन दिनों प्रधानमंत्री आवास योजना में खेला जारी है। यहां के पात्र हितग्राहियों को केंद्र सरकार की पीएम आवास योजना से वंचित कर दिया गया है। जनपद पंचायत बतौली के अधिकारी- कर्मचारियों ने अन्य के खाते में स्वीकृत राशि का ट्रांसफर कर दिया। मामले में ग्राम के सरपंच और उनके पिता पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप लगे हैं।

हरिभूमि पोर्टल में प्रधानमंत्री आवास में राशि हस्तांतरण का मामला प्रकाशित हुआ था। जिसके बाद अब हितग्राही इस मामले को लेकर मुखर हो गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि, ग्राम पंचायत बिलासपुर के कर्मचारियों ने लापरवाही की है, जिसके कारण उन्हें आज तक आवास के लिए पंचायत सहित जनपद के चक्कर लगाना पड़ रहा है।
सरपंच और उसके पिता पर भ्रष्टाचार करने का आरोप
इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत बिलासपुर के सरपंच अरुण केरकेट्टा का भी नाम सामने आया है। गांव के सरपंच के अलावा सरपंच के पिता बुद्धसाय पर भी आवास घोटाला मामले में शामिल होने का आरोप है। हैरानी की बात है कि, सरपंच अरुण केरकेट्टा के खाते में केशवर राम हितग्राही का पैसा ट्रांसफर कराया। जिसके बाद सरपंच ने रविवार को अपने प्रधानमंत्री आवास को ढलाई करवाया है। जबकि सरपंच के पिता बुद्धसाय के खाते में बच्चन राम हितग्राही का राशि डाला गया है।

रिश्तेदार बता कराया गया पैसा ट्रान्सफर
सरपंच अरुण केरकेट्टा और उनके पिता बुद्धसाय को केशवर राम और बच्चन राम के रिश्तेदार बता कर खाते में राशि ट्रान्सफर किया गया है। जबकि दोनों पात्र हितग्राही कंवर समाज से है और सरपंच उरांव समाज से है। इसी प्रकार सुरजमानिया चौधरी पति केशवर चौधरी के खाते में लोरी नगेशिया का राशि, माधुरी प्रजापति पति तुलेश्वर के खाते सदानंद पैंकरा का राशि,शिबू पिता अशोक चौधरी के खाते में साधारण प्रजापति का राशि,प्रदीप टोप्पो पिता कपूर के खाते में हदरसाय पैंकरा का राशि,जयंत पिता मोहरा के खाते में राम नंदन का राशि ट्रांसफर गया है।