छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक युवक ने सेक्सटॉर्शन से परेशान होकर ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली। सुपेला अंडरब्रिज के पास रेलवे ट्रैक पर खून से सनी टुकड़ों में लाश मिली है। युवक को लड़कियों का गैंग लगातार ब्लैकमेल कर रहा था। मामला भिलाई के सुपेला थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम हरविंदर सिंह उर्फ सनी (32) है, जो वैशाली नगर का रहने वाला था। वीडियो कॉल के जरिए अश्लील वीडियो बनाकर धमकाया गया। बार-बार पैसे मांगे गए। ब्लैकमेलिंग से तंग आकर हरविंदर ने खुदकुशी की।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, हरविंदर लगातार मानसिक तनाव में था। परिवार वालों ने देखा कि वह पिछले कुछ दिनों से चुपचाप रहने लगा था, नींद नहीं आती थी और बार-बार फोन पर किसी से बहस करता था।
घटना वाली रात हरविंदर किसी को कुछ बताए बिना घर से निकला। जब देर रात तक वापस नहीं आया, तो घरवालों ने फोन करना शुरू किया, लेकिन सुबह-सुबह सुपेला पुलिस से कॉल आया कि एक युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है, पहचान कर लीजिए।
मौके पर पहुंचने पर परिवार ने हरविंदर की पहचान की। शव के हालत बेहद खराब थे। शरीर कई हिस्सों में कट चुका था। पुलिस ने शव को सुपेला अस्पताल की मॉर्चुरी में रखवाया।
वीडियो कॉल पर बुलाकर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाया
परिजनों के मुताबिक कुछ अज्ञात लड़कियों ने वीडियो कॉल पर बुलाकर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाया, फिर उसे वायरल करने की धमकी दी। लड़कियों की तरफ से धमकी दी जा रही थी कि अगर और पैसे नहीं भेजे, तो तेरा वीडियो पूरे फेसबुक-इंस्टा पर डाल देंगे।
परिजनों ने बताया कि मोबाइल चेक करने पर पता चला कि हरविंदर पर बार-बार पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया गया। उसने कई बार उनके बैंक अकाउंट में पैसे भी ट्रांसफर किए। उसने अनजान नंबरों से काफी बातचीत की है। उसे कुछ लड़कियां ब्लैकमेल कर रही थीं।
हर एंगल से जांच कर रही पुलिस
सुपेला थाना प्रभारी और एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि मामला संदिग्ध जरूर है, लेकिन परिजनों के मुताबिक युवक को वीडियो कॉल के जरिए फंसाया गया था। हम तकनीकी आधार पर जांच कर रहे हैं। जिन नंबरों से संपर्क हुआ था, उनकी जानकारी साइबर टीम खंगाल रही है।
मोबाइल से मिल सकते हैं मास्टरमाइंड के लिंक
बताया जा रहा है कि मृतक के मोबाइल में 5 से ज्यादा अजनबी नंबरों से लंबी बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) निकाले जा रहे हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन नंबरों से कई और युवकों को कॉल किया गया है।
शक है कि ये पूरा गैंग एक ऑर्गनाइज्ड सेक्सटॉर्शन रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जो युवकों को वीडियो कॉल पर फंसा कर ब्लैकमेल करता है। पुलिस की प्राथमिकता फिलहाल उन फर्जी लड़कियों या नंबरों की पहचान करना है, जो युवक को ब्लैकमेल कर रही थीं।