रायपुर में मिले कोविड के 10 नए पेशेंट:प्रदेश में रोजाना 6 मरीज मिल रहे, इनमें 3 रायपुर के; अब तक 10 जिलों में फैला

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रायपुर में कोविड के एक ही दिन में 10 नए मरीज मिले हैं। सभी को होम आइसोलेट किया गया है। पिछले 3 दिनों में कोविड के 34 नए मरीज मिले हैं। इनमें गुरुवार को 11, बुधवार को 8 और मंगलवार को 14 नए मरीज मिले थे। कोविड अब तक प्रदेश के 10 जिलों में फैल चुका है। कुल 150 मरीज अब तक मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा 76 मरीज रायपुर से मिले हैं। वहीं 37 मरीज बिलासपुर से मिले हैं। बाकी 37 मरीज अन्य 8 जिलों से मिले हैं। यानी कोविड के 75 प्रतिशत केस इन्हीं 2 जिलों से हैं। हालांकि, कोविड के 55 केस ही एक्टिव हैं। 94 रिकवर हो गए हैं। इनमें 43 होम आइसोलेशन में और 11 हॉस्पिटल में एडमिट है। ओवर अब तक कुल लगभग दो हजार मरीजों से अधिक कोविड जांच प्रदेश में हो चुकी है।

24 मई को पहला मरीज मिला, 23 दिन में आंकड़ा 100 पार

प्रदेश में 24 मई को प्रदेश में पहला कोविड पेशेंट रायपुर में मिला था। 23 दिन में आंकड़ा सैकड़ा का अंक पार गया है। इस लिहाज से प्रदेश में रोज 6 मरीज मिल रहे हैं। अच्छी बात ये है कि 4 मरीज रोज ठीक भी हो रहे हैं। कुछ और डेप्थ कैलकुलेशन करें तो जो डिजिट सामने आते हैं उसके मुताबिक कोविड की डेली ग्रोथ रेट 23.1% है, वहीं रिकवरी रेट 56.41% है।

यानी रिकवरी रेट +33% हैं। हालांकि, पहली मौत के बाद प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है। शासकीय जिला अस्पतालों और दूसरे हेल्थ सेंटर्स में टेक्निकल और नॉन-टेक्निकल सभी तरह के स्टाफ की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है।

रोज मिल रहे 6 मरीज में से 3 रायपुर के

अब इसी कैलकुलेशन के आधार पर अगले दस दिनों का प्रोजेक्शन निकालें तो प्रदेश में कोविड पेशेंट की संख्या 208 के पार चली जाएगी। यानी अगले 10 दिन में 58 नए और केस मिल सकते हैं। लेकिन 36 रिकवर भी हो जाएंगे।

लेकिन इन नए 58 केस में 29 मरीज सिर्फ रायपुर के हो सकते हैं। दरअसल, प्रदेश में रोज मिल रहे 6 मरीजों में से 3 रायपुर के हैं। जोकि कोविड का इम्पैक्ट बहुत माइल्ड है। कुल 58 में सिर्फ 16-17 मरीजों को ही हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत पड़ेगी। बाकी 42-43 मरीज घर पर ठीक हो जाएंगे।

सोमवार को कोविड से पहली मौत

सोमवार को कोविड के नए वैरिएंट JN.1 से पहली मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक मृतक व्यक्ति राजनांदगांव का रहने वाला था। पिछले कई समय से वह मेडिकल समस्या से जूझ कर रहा था। रूटीन डायलिसिस के लिए रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में आया हुआ था।

डॉक्टरों को कोविड के लक्षण दिखे तो जांच हुई। जांच रिपोर्ट में पेशेंट कोविड पॉजिटिव आया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

6 मई को सबसे ज्यादा मरीज सामने आए

इस महीने कोविड के सबसे ज्यादा मरीज बीते शुक्रवार यानी 6 मई को मिले थे। एक ही दिन में रायपुर में 11, बिलासपुर में 5 और बालोद में 1 मरीज के साथ कुल 17 मरीज मिले थे। नया वैरिएंट आने के बाद से ये एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा था।

सैंपल कलेक्शन से लेकर कोविड मरीज के इलाज तक की ट्रेनिंग स्टाफ को दी जा रही है। साथ ही इमरजेंसी सिचुएशन से निपटने के लिए मॉकड्रिल भी कराई गई है। ओवर ऑल बात करें तो प्रदेश में अब तक रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बालोद, बस्तर, सरगुजा महासमंद और बेमेतरा समेत कुल 9 जिलों में कोविड के पेशेंट मिल चुके हैं।

होम क्वारंटाइन में ठीक हो रहे मरीज

मेकाहारा के डॉ. आर के पांडा के मुताबिक, ज्यादातर मरीज होम क्वारंटाइन में ही ठीक हो जा रहे हैं, लेकिन उन मरीजों को ज्यादा खतरा है, जिन्हें पहले से दूसरी या एक से ज्यादा बीमारियां हैं। खासकर डायबिटीज पेशेंट और चेन स्मोकर्स नए वैरिएंट के चपेट में जल्दी आ सकते हैं।

मेकाहारा में कोविड के सीरियस केस अब तक नहीं आए

मेकाहारा में पल्मोनरी मेडिसिन डिपार्टमेंट के हेड आर के पांडा ने बताया कि, कोविड के सीरियस केस अब तक नहीं आए हैं। मेकाहारा में 28 मई से कोविड ओपीडी शुरू कर दी गई है। कोविड का लक्षण दिखने पर तुरंत मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है।

DKS में स्पेशल एडवाइजरी नहीं

वहीं DKS के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हेमंत शर्मा ने बताया कि, उन्हें कोविड को लेकर कोई स्पेशल एडवाइजरी नहीं मिली है। इसकी वजह से ये व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है। यहां कोविड टेस्ट नहीं हो रहा है।

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