रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर सीएम विष्णु देव साय ने उनका स्वागत किया। विमानतल से निकलकर उन्होंने नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और सेंट्रल फोरेंसिक लैब का भूमिपूजन किया। इसके साथ ही राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय और केंद्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला का भी भूमिपूजन होगा।
छत्तीसगढ़ की सबसे हाईटेक फोरेंसिक लैब होगी। नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी 40 एकड़ में बनाया जाएगा। अलग-अलग राज्यों में इसके कैंपस है, अभी कुछ दिनों पहले नागपुर में भी शुरू हुआ है। इसके बनने से एजुकेशन हब के रूप में छत्तीसगढ़ को जाना जाएगा। इस संस्थान को बनाने में लगभग 400 करोड रुपए खर्च होंगे। जिस यूनिवर्सिटी कैम्पस की शुरुआत शाह कर रहे हैं, इसे भारत सरकार गुजरात में चलाती है।
नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की 2009 में हुई थी स्थापना
ये एक विश्वविद्यालय है जो फोरेंसिक विज्ञान, खोजी विज्ञान और अपराध विज्ञान में विशेषज्ञता (एक्सपर्ट) का कोर्स करवाता है। नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) की स्थापना 2009 में हुई थी। यहां से पढ़कर स्टूडेंट फोरेंसिक वैज्ञानिक, फोरेंसिक विश्लेषक, फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक बनकर अपना करियर संवार पाएंगे।