छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा के शपथ लेने के साथ ही सरकार ने काम शुरू कर दिया है। आज साय सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग मंत्रालय में सुबह 11 बजे होगी। बैठक में पहला फैसला 16 लाख गरीबों को घर देने का हो सकता है, क्योंकि मुख्यमंत्री नियुक्त होते ही साय ने भी यही कहा था।
प्रदेश सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के साथ मुख्य सचिव और सभी सचिव मौजूद रहेंगे। सीएम साय ने बताया कि चुनाव के दौरान पीएम मोदी की गारंटी और मेनिफेस्टो जारी किया गया था। अब इस पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, साथ ही इसे किस तरह से लागू करेंगे, उस पर बात होगी।
PSC घोटाले की जांच के आदेश हो सकते हैं
कैबिनेट की बैठक में पार्टी के संकल्प पत्र में से चार प्रस्ताव तय किए गए हैं…
- 16 लाख PMAY आवासों की मंजूरी।
- दो साल के बकाया बोनस भुगतान का प्रस्ताव।
- चालू खरीदी सीजन में 3100 रुपए में 21 क्विंटल धान खरीदी।
- PSC भर्ती-2022 घोटाले की जांच को मंजूरी दी जा सकती है।
25 दिसंबर को मनाया जाएगा अटल जी का जन्मदिन
इसके अलावा अटल जी के जन्म दिवस 25 दिसंबर को पूरे प्रदेश में मनाने का भी एक प्रस्ताव है। इस बैठक में सीएम साय, मुख्य सचिव अमिताभ जैन और सचिवों की परिचय भी लेंगे। सचिवों को पार्टी का संकल्प पत्र सौंपकर अगले पांच वर्ष के लिए क्रियान्वयन की योजना बनाने कहेंगे। इसके बाद तीनों मंत्री अपने अपने लिए सचिवों की नियुक्ति भी करेंगे और तबादलों का दौर भी शुरू होगा।
कल मंत्रालय पहुंचकर की थी पूजा-अर्चना
इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और दोनों डिप्टी सीएम बुधवार को मंत्रालय पहुंचे। वहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर अपने काम की शुरुआत की। तीनों नेताओं ने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा आने पर आभार जताया। वहीं साय ने कहा कि, हजारों की संख्या में जनता आई और बीजेपी पर बड़ा विश्वास कर जीत दिलाई है।
पीएम मोदी ने सौंपा मंत्रियों के नाम का बंद लिफाफा
प्रदेश में अब साय कैबिनेट के मंत्रियों के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। बीजेपी और राजभवन के सूत्रों के अनुसार, साय कैबिनेट के नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 16 दिसंबर को हो सकता है। इसी दिन शाम 4 बजे से खर मास लग रहा है। खरमास में शुभ काम नहीं होते हैं, ऐसे में पार्टी कार्यक्रम पहले ही करना चाहती है।
चर्चा थी कि पार्टी ने मंत्रियों के नाम तय कर लिए है, लेकिन मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद पीएम मोदी बंद लिफाफा दे गए। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस लिफाफे में नए मंत्रियों के नाम हैं। लिफाफा मिलने के बाद पार्टी ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है।