छत्तीसगढ़ के सीतापुर में शासन के आदेशों की अवहेलना कर पटवारी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने से नाराज पटवारी संघ ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पटवारी संघ ने तत्कालीन थाना प्रभारी और उप पंजीयक के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।
संघ का कहना है कि, जमीन खरीदी बिक्री के एक मामले में विभागीय प्रमुख के अनुमति के बिना थाना प्रभारी द्वारा पटवारी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि इस मामले में नियमों को ताक पर रखकर रजिस्ट्री करने वाली उप पंजीयक बिना कार्यवाही किए बरी कर दिया गया है। जो यह दर्शाता है कि, थाना प्रभारी द्वारा उप पंजीयक को बचाने की नीयत से जानबूझकर ऐसा किया गया है। संघ इसका विरोध करती है और थाना प्रभारी एवं उप पंजीयक के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करती है। अगर दोनों के विरुद्ध की कार्यवाही नहीं की गई तो संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
उप पंजीयक द्वारा फर्जी रजिस्ट्री को दिया गया अंजाम
विदित हो कि, पखवाड़े भर पहले ग्राम पेटला निवासी भूस्वामी खीरु आचेंगा की भूमि कुल खसरा नम्बर 11 रकबा 2.705 एकड़ भूमि को फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराया गया था। जमीन दलाल ने क्रेता को झांसे में रखते हुए भूस्वामी खीरु आचेंगा की जगह खीरु आरांगा को खड़ी कर उक्त भूमि क्रेता के नाम रजिस्ट्री करा दी थी। रजिस्ट्री के दौरान आवश्यक दस्तावेज नही होने के बाद भी नियमों को ताक पर रखकर उप पंजीयक द्वारा फर्जी रजिस्ट्री को अंजाम दिया गया था।
इससे शुरू हुआ पटवारी संघ का विरोध प्रदर्शन
इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद भूस्वामी ने इस मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। जिस पर कार्यवाही करते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी ने फर्जी विक्रेता, भूमि क्रेता एवं दो गवाहों समेत पेटला पटवारी के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया था। पटवारी के विरुद्ध मामला दर्ज होने की जानकारी के बाद पटवारी संघ इसके विरोध पर उतर आया। संघ का कहना था कि, पटवारी के विरुद्ध मामला दर्ज करने से पहले विभाग प्रमुख की अनुमति ली जाती है। इसके लिए बाकायदा शासन द्वारा दिशा निर्देश जारी किया है।
शासन के निर्देशों का उल्लंघन
इसके बाद भी तत्कालीन थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने पटवारी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। जो शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश का सरासर उल्लंघन है। जबकि फर्जी रजिस्ट्री को अंजाम देने वाली उप पंजीयक अर्चना जायसवाल को बरी कर दिया गया। उसके विरुद्ध थाना प्रभारी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। बल्कि उप पंजीयक अर्चना जायसवाल से सांठगांठ करते हुए उसके द्वारा फर्जी भूमि विक्रेता और क्रेता के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करवाया गया है। ताकि फर्जी तरीके से किए गए जमीन रजिस्ट्री के मामले से उप पंजीयक को बचाया जा सके।
पटवारी संघ ने कहा- मामले में थाना प्रभारी ने दोहरा रवैया अपनाया
संघ का कहना है कि, इस मामले में थाना प्रभारी ने दोहरा रवैया अपनाया है। एक तरफ तो उन्होंने शासन के दिशानिर्देश की अवहेलना करते हुए पटवारी के विरुद्ध विभाग प्रमुख की अनुमति के बिना मामला दर्ज कर लिया गया। वहीं दूसरी तरफ इस मामले में संलिप्त उप पंजीयक को बिना किसी कार्यवाही के ही बरी कर दिया गया।
ये रहे उपस्थित
पटवारी संघ ने थाना प्रभारी के इस गैर जिम्मेदाराना कार्यवाही का विरोध करते हुए एसडीएम नीरज कौशिक एवं एसडीओपी राजेंद्र सिंह मंडावी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने थाना प्रभारी एवं उप पंजीयक के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। कार्यवाही नहीं होने पर संघ आंदोलन करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन करेगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान पटवारी संघ के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, हरिश्चंद्र सोनी, गोपाल सोनी, मनोज सिंह, बालेश्वर सिंह, फैयाज अंसारी, जितेंद्र पैंकरा, अनिरुद्ध पैंकरा उपस्थित रहे।