सौरभ आहूजा की शाही शादी बनी जांच का केंद्र: दुर्ग पुलिस ने कसा शिकंजा, जयपुर गए मेहमानों की बनेगी डिजिटल प्रोफाइल

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भिलाई | जे.एम. तांडी
जयपुर के एक फाइव स्टार होटल में आयोजित भव्य शादी समारोह अब सियासी और आपराधिक जांच का विषय बन गया है। महादेव सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर से कथित रूप से जुड़े भिलाई निवासी सौरभ आहूजा की शादी में शामिल लोगों पर अब दुर्ग पुलिस की निगाहें टेढ़ी हो गई हैं।

ईडी की कार्रवाई के बाद अब दुर्ग पुलिस ने भी इस मामले में गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने भिलाई-दुर्ग से जयपुर जाकर शादी में शामिल होने वाले हर शख्स की डिजिटल प्रोफाइल तैयार करने का फैसला किया है।


5 टीमें गठित, डिजिटल निगरानी शुरू

दुर्ग पुलिस ने इसके लिए पांच जांच दल बनाए हैं। ये टीमें उन सभी लोगों की जानकारी इकट्ठा कर रही हैं, जो सौरभ आहूजा की शादी में जयपुर गए थे। इन लोगों की:

  • पिछली गतिविधियाँ,

  • संपत्ति का लेखा-जोखा,

  • और सट्टा नेटवर्क से संभावित संबंधों की जांच की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, सौरभ आहूजा का संबंध महादेव सट्टा ऐप के सरगना सौरभ चंद्राकर से रहा है। आहूजा लंबे समय तक भिलाई में रहकर इस नेटवर्क को ऑपरेट करता था और अब दुबई में रहने की सूचना है।


जयपुर जाने वाले हर मेहमान की ‘कुंडली’ खंगाल रही पुलिस

भिलाई, दुर्ग, वैशाली नगर, कैंप, खुर्सीपार समेत अन्य क्षेत्रों से शादी में शामिल हुए लोगों की सूची तैयार कर ली गई है
इन सभी व्यक्तियों की डिजिटल गतिविधियाँ,
मोबाइल लोकेशन,
वित्तीय लेन-देन और
आपराधिक पृष्ठभूमि की गहन जांच की जा रही है।

पुलिस अब उन दोस्तों और रिश्तेदारों तक भी पहुंच रही है, जिनका नाम सौरभ आहूजा के नजदीकी संपर्कों में आता है।


️‍♂️ डिजिटल प्रोफाइलिंग: सट्टा नेटवर्क पर शिकंजा कसने की तैयारी

दुर्ग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई महज़ शादी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके जरिए महादेव सट्टा रैकेट के नेटवर्क को खंगालने और जड़ से उखाड़ने की रणनीति पर काम हो रहा है।

इस प्रोफाइलिंग में दर्ज होगा:

  • सटोरियों का नाम, पता, आपराधिक इतिहास

  • उनके संपर्क, सहयोगी, रिश्तेदार

  • कब, कहां और कैसे सट्टे का संचालन किया गया

  • साथ ही उनकी संपत्ति और विदेश यात्रा की जानकारी

इन सब जानकारियों को जोड़कर गैंग हिस्ट्रीशीट तैयार की जाएगी।


सौरभ की गिरफ्तारी की अटकलें, आधिकारिक पुष्टि नहीं

सूत्रों के अनुसार, जयपुर में ईडी की टीम के पहुंचते ही सौरभ आहूजा वहां से फरार हो गया था।
अब खबरें हैं कि उसकी गिरफ्तारी दिल्ली से हो चुकी है, लेकिन पुलिस या ईडी की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इस बीच पुलिस टीमें सौरभ आहूजा के परिचितों, परिजनों और संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं।


संपत्ति की भी जांच, वित्तीय लिंक खंगाले जा रहे

सौरभ आहूजा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति, हवाला लेनदेन, और डब्बा ट्रेडिंग जैसे पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है।
ईडी पहले ही यह संकेत दे चुकी है कि सौरभ आहूजा ने सट्टे की काली कमाई से शाही शादी का आयोजन किया, जिसमें करोड़ों रुपये खर्च हुए।


एसएसपी का बयान: ‘सटोरियों की गैंग हिस्ट्रीशीट बनेगी’

दुर्ग के एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया:

“महादेव सट्टा से जुड़े लोकल सटोरियों की गैंग हिस्ट्रीशीट तैयार की जा रही है। उनकी डिजिटल प्रोफाइलिंग से हमें पूरे नेटवर्क को समझने में मदद मिलेगी। शादी में जयपुर गए लोगों की सूची और उनसे जुड़ी वित्तीय जानकारियाँ इकट्ठा की जा रही हैं।”


निष्कर्ष:

सौरभ आहूजा की शाही शादी अब सट्टा नेटवर्क की परतें खोलने का केंद्र बन गई है
दुर्ग पुलिस की यह कार्यवाही सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, पूरे संगठित ऑनलाइन सट्टा गिरोह के सफाए की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।

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