हाथियों की कीचड़मस्ती: रायगढ़ के जंगलों में मानसून की खुशियों में डूबे जंगली हाथी, ड्रोन कैमरे में कैद हुआ अद्भुत दृश्य

Spread the love

रायगढ़, छत्तीसगढ़।
मानसून की पहली बारिश न केवल धरती को हरा-भरा करती है, बल्कि जंगल के जीव-जंतुओं के लिए भी राहत और सुकून का पैगाम लेकर आती है। रायगढ़ जिले से एक ऐसा ही अनोखा दृश्य सामने आया है, जिसमें धरमजयगढ़ वनमंडल के छाल रेंज में हाथियों का झुंड कीचड़ में लोटपोट होकर मस्ती करता दिखाई दे रहा है।

वायरल हो रहा है हाथियों का ‘कीचड़ स्नान’ वीडियो

इस दृश्य को ड्रोन कैमरे के माध्यम से कैद किया गया, जिसमें एक मादा हाथी और उसका शावक कीचड़ में खेलते नजर आए। उनकी मस्ती को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, और लोगों को जंगल की सुंदरता का एक झलक देखने को मिल रही है।

धरमजयगढ़ में 65 से अधिक हाथी कर रहे विचरण

वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में धरमजयगढ़ वनमंडल के छाल रेंज में करीब 65 हाथियों का झुंड सक्रिय है। इनमें कई मादा हाथी और उनके बच्चे भी शामिल हैं। विभाग की हाथी मित्र दल लगातार इन पर नजर बनाए हुए है ताकि किसी तरह की दुर्घटना न हो।


ग्रामीणों को दी जा रही है चेतावनी और सतर्कता

  • वन विभाग की टीम ने आसपास के गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।

  • ग्रामीणों से कहा गया है कि वे जंगल की ओर न जाएं और हाथियों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें

  • किसी भी स्थिति में वन विभाग को तुरंत सूचना देने को कहा गया है।


ड्रोन से निगरानी, 24 हाथियों का दल भी सक्रिय

5 जुलाई से विभाग लगातार ड्रोन कैमरों के ज़रिए हाथियों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग कर रहा है। अभी 24 हाथियों का एक बड़ा दल छाल रेंज में देखा गया है। इस दौरान कुछ हाथियों को जंगल की पगडंडियों में कतारबद्ध चलते भी देखा गया, जो बेहद शांत और आकर्षक दृश्य था।


रायगढ़ में कुल 100 से अधिक हाथी कर रहे हैं विचरण

वन विभाग के अनुसार, रायगढ़ जिले में कुल मिलाकर 100 से अधिक जंगली हाथी अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय हैं। मानसून के दौरान यह संख्या और मूवमेंट तेज हो जाता है क्योंकि हाथी नमी और हरियाली वाली जगहों की ओर रुख करते हैं।


हाथियों से जुड़ी यह सावधानियां बरतें:

  • जंगल के किनारे बसे गांवों के लोग रात में अकेले बाहर न निकलें

  • खेतों में काम करते समय आस-पास की गतिविधियों पर ध्यान दें

  • बच्चों और बुजुर्गों को जंगल की सीमा से दूर रखें

  • किसी भी अप्रत्याशित मूवमेंट की वन विभाग को तुरंत सूचना दें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *