रायपुर | 11 जुलाई 2025 —
अगर आप भी कुछ देसी, स्वादिष्ट और सादगी से भरपूर खाने की तलाश में हैं, तो ‘दाल ढोकली’ आपके लिए परफेक्ट है। यह गुजराती घरों में बेहद चाव से खाया जाने वाला पारंपरिक व्यंजन है, जिसे प्यार से “वन पॉट मील” भी कहा जाता है। मसालेदार तुअर दाल और आटे से बनी नर्म-नर्म ढोकलियों का संगम ऐसा स्वाद देता है कि खाने वाला उंगलियाँ चाटता रह जाए।
यह रेसिपी खासकर उन दिनों के लिए आदर्श है जब आप कुछ हल्का-फुल्का लेकिन पेट और दिल दोनों को तृप्त करने वाला भोजन चाहते हैं। खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए किसी महंगी या विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं होती — सादे घरेलू मसाले और बेसिक सामग्री से बना यह व्यंजन बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को खूब भाता है।
आवश्यक सामग्री
दाल के लिए:
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तुअर दाल – 1/2 कप (कम से कम 15 मिनट पानी में भिगोएँ)
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टमाटर – 1 (बारीक कटे हुए)
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हल्दी पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
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लाल मिर्च पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
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नमक – स्वादानुसार
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गुड़ – 1 छोटा चम्मच (स्वाद संतुलित करने के लिए)
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इमली का पेस्ट – 1 छोटा चम्मच
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राई (सरसों के दाने), हींग, करी पत्ता – तड़के के लिए
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हरा धनिया – गार्निश के लिए
ढोकली के लिए:
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गेहूं का आटा – 1 कप
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हल्दी – 1/4 छोटा चम्मच
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लाल मिर्च पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
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अजवाइन – 1/4 छोटा चम्मच
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नमक – स्वादानुसार
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तेल – 1 छोटा चम्मच (मोयन के लिए)
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पानी – नरम आटा गूंथने के लिए
️ बनाने की विधि
दाल पकाने की विधि:
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सबसे पहले कुकर में तुअर दाल, हल्दी और पानी डालें और 3–4 सीटी आने तक पकाएं।
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एक गहरी कड़ाही में तेल गर्म करें, उसमें राई, हींग और करी पत्ता डालकर तड़का लगाएं।
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अब इसमें पकी हुई दाल डालें। फिर टमाटर, गुड़, इमली पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर 5–7 मिनट मध्यम आंच पर पकाएं ताकि सारे स्वाद अच्छी तरह से मिल जाएं।
ढोकली बनाने की विधि:
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एक बर्तन में गेहूं का आटा लें और उसमें हल्दी, लाल मिर्च, अजवाइन, नमक और थोड़ा सा तेल डालकर मिक्स करें।
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थोड़ा-थोड़ा पानी मिलाते हुए नरम आटा गूंथ लें और उसे ढककर 10 मिनट तक रख दें।
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अब आटे की पतली रोटियां बेलें और चाकू से हीरे या चौकोर आकार में काट लें।
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तैयार टुकड़ों को उबलती दाल में डालें और 10–12 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
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बीच-बीच में हिलाते रहें ताकि ढोकली आपस में चिपके नहीं और अच्छी तरह से पक जाए।
परोसने का तरीका
दाल ढोकली को गरमा-गरम हरे धनिए से सजाकर परोसें। आप चाहें तो इसके ऊपर से थोड़ा सा घी या नींबू का रस भी डाल सकते हैं, जिससे इसका स्वाद और भी निखर जाता है। इसे रोटी या चावल के साथ भी खाया जा सकता है, लेकिन यह स्वयं में ही एक सम्पूर्ण भोजन है।
✅ हेल्थ टिप:
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दाल से प्रोटीन और ढोकली से कार्बोहाइड्रेट मिलता है, जिससे यह व्यंजन पोषण से भरपूर होता है।
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इसमें इस्तेमाल होने वाले मसाले पाचन को भी बेहतर बनाते हैं।
✍️ निष्कर्ष:
अगर आप कभी गुजराती रसोई का पारंपरिक स्वाद चखना चाहते हैं, तो दाल ढोकली आपके लिए परफेक्ट ऑप्शन है। यह न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि सेहतमंद और पेटभर खाने जैसा संतोष भी देता है। एक बार बना लिया, तो परिवार इसे बार-बार बनाने की फरमाइश करेगा!