राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री पूसपाटि अशोक गजपति राजू को गोवा का नया राज्यपाल नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। अशोक गजपति राजू पिछले चार दशकों से भारतीय राजनीति में सक्रिय हैं। वह आंध्र प्रदेश के विजयनगरम राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। उनका प्रशासनिक अनुभव, राजनीतिक सूझबूझ और सामाजिक सेवा के प्रति समर्पण उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है।
कौन हैं अशोक गजपति राजू?
- अशोक गजपति राजू का जन्म 26 जून 1951 को मद्रास (अब चेन्नई) में हुआ। उन्होंने स्किंडिया स्कूल, हैदराबाद पब्लिक स्कूल और विशाखापट्टनम के V.S. कृष्णा कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की। उनके पिता P.V.G. गजपति राजू, विजयनगरम साम्राज्य के अंतिम महाराजा थे।
- अशोक गजपति राजू ने 1978 में जनता पार्टी से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया, लेकिन 1982 में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) में शामिल हो गए। विजयनगरम से वे छह बार विधायक और एक बार लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए।
अशोक गजपति राजू का राजनीतिक करियर
आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री
अशोक गजपति राजू आंध्र प्रदेश में एक्साइज, वित्त, वाणिज्य कर और विधायी कार्य जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाले। N.T. रामाराव और चंद्रबाबू नायडू की सरकारों में वह कबीना मंत्री रहे।
केंद्रीय मंत्री (2014-2018)
नरेंद्र मोदी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने एयर इंडिया सुधार, 5/20 नियम, क्षेत्रीय उड़ान योजना (UDAN) जैसे महत्वपूर्ण सुधार लागू किए।
अशोक गजपति राजू का सामाजिक योगदान
अशोक गजपति राजू मांसस ट्रस्ट और सिम्हाचलम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं। ये ट्रस्ट 108 मंदिर और 12 शैक्षणिक संस्थानों का संचालन करते हैं। वह आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और खेल के क्षेत्र में भी उन्होंने कई सराहनीय कार्य किए हैं।
अशोक गजपति राजू की वर्तमान भूमिका
अशोक गजपति राजू अब गोवा के राज्यपाल नियुक्ति किए गए हैं। वह वहां राज्य प्रशासन को मजबूत करने में सहयोग करेंगे। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उनके अनुभव से गोवा में सुशासन और स्थिरता को नई दिशा मिलेगी।