रायपुर – विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन राज्य स्तरीय उच्च पावर समिति की अनुशंसा पर सवाल उठा गए। इसी मसले पर ठेकेदारों के संदर्भ में अजय चंद्राकर और देवेंद्र यादव के बीच सदन में ही जोरदार बहस हो गई। विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने दोनो सदस्यों को जमकर फटकार लगाई।
प्रश्नकाल के दौरान ही राज्य स्तरीय उच्च पावर समिति की अनुशंसा पर सवाल के दौरान भाजपा के सबसे मुखर विधायक अजय चंद्राकर और कांग्रेस की ओर से सबसे मुखर विधायक देवेंद्र यादव के बीच तीखी बहस हो गई। दोनो एक- दूसरे की ओर देखकर ही जोर- जोर से बोलने लगे। तब विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन ने कहा- विधानसभा सड़क नहीं है जो भाषण देने आ गए हैं। विधानसभा में इस तरह के लहजे में बात नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, एक दूसरे को देख कर जवाब न दें, आसंदी की तरफ देखकर अपनी बात रखें। डा. रमन ने कहा कि, पूरा छत्तीसगढ़ प्रश्नकाल की कार्यवाही को देखता है।
जल जीवन मिशन पर विपक्ष का वाकआउट
इससे पहले जल जीवन मिशन के मुद्दे पद विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। पीएचई मंत्री अरुण साव के उत्तर से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने पूछा- सरकार बनने के बाद पिछले 17 महीने में कितने नल कनेक्शन दिए गए, और कितनी राशि खर्च की गई। इस पर Phe मंत्री अरुण साव ने जवाब में कहा- इस अवधि में 10 लाख नल कनेक्शन दिए गए। मंत्री के जवाब को विपक्ष के विधायकों ने झूठे आंकड़े बताते हुए वॉकआउट कर दिया।