दुर्ग/दिल्ली/चिरमिरी, 15 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ में रेलवे से जुड़े बड़े ठेकेदारों और होटल कारोबारियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार की सुबह ताबड़तोड़ छापेमारी की। कार्रवाई के केंद्र में हैं दुर्ग के होटल सागर इंटरनेशनल के संचालक विजय अग्रवाल और उनके बड़े भाई शरण अग्रवाल, जिनके दिल्ली स्थित ठिकानों पर भी ईडी की टीमें पहुँचीं। कार्रवाई के दौरान दर्जनों दस्तावेजों की जब्ती और करोड़ों रुपये नकद मिलने की खबरें हैं, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है।

️♂️ सुबह 6 बजे छापेमारी, CRPF की तैनाती
ईडी की यह कार्रवाई सुबह लगभग 6 बजे शुरू हुई। एजेंसी के छह से अधिक अधिकारियों की टीम तीन इनोवा गाड़ियों में दुर्ग के दीपक नगर स्थित होटल सागर इंटरनेशनल के परिसर और विजय अग्रवाल के आवास पर पहुँची। टीम के साथ CRPF के जवान भी थे। घर और ऑफिस को सील कर दिया गया और तलाशी शुरू हुई।
सूत्रों के अनुसार, इस दौरान करीब 70 लाख रुपये नकद मिलने की बात कही जा रही है। विजय अग्रवाल के सीए को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
️ दिल्ली में भी रेड, 15 करोड़ कैश मिलने की खबर
वहीं दूसरी ओर, शरण अग्रवाल के दिल्ली के महारानी बाग स्थित निवास पर भी ईडी की टीम ने छापा मारा। दिल्ली से आ रही खबरों के मुताबिक, करीब 15 करोड़ रुपये नकद मिलने की चर्चा है। हालाँकि ईडी ने अभी तक कैश की बरामदगी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
️ कई फर्म और मिड-डे मील टेंडर से भी जुड़ा है परिवार
अग्रवाल बंधु रेलवे निर्माण, होटल, और आपूर्ति सेवाओं से जुड़े हुए हैं। इनके नाम पर अलग-अलग कई फर्म पंजीकृत हैं। सूत्रों के अनुसार, इनकी कंपनियों और परिजनों को पूर्ववर्ती छत्तीसगढ़ सरकार के कार्यकाल में मिड-डे मील योजना के तहत बड़ा ठेका भी मिला था।
परिवार के तीसरे सदस्य अरुण अग्रवाल की पहले ही मृत्यु हो चुकी है, लेकिन दो भाई—विजय और शरण—अब भी व्यापार संचालन में सक्रिय हैं।

रेल नीर घोटाले में भी आ चुका है नाम
गौरतलब है कि विजय और शरण अग्रवाल का नाम पहले भी रेल नीर घोटाले में सामने आ चुका है। इसके अलावा, रायपुर में कोर्टयार्ड मैरियट होटल के संचालन से भी उनका जुड़ाव है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि इनका नेटवर्क सरकारी विभागों के बड़े अधिकारियों से जुड़ा हुआ है और इसमें कुख्यात कारोबारी पप्पू बंसल से संबंधों की भी भूमिका हो सकती है।
ईडी की छापेमारी किन कारणों से, अब तक स्पष्ट नहीं
ईडी ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि छापेमारी की मुख्य वजह क्या है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई अघोषित संपत्ति, मनी लॉन्ड्रिंग और अधिकारियों के साथ मिलीभगत के संदेह पर की जा रही है।
इन्कम टैक्स विभाग की चिरमिरी में अलग कार्रवाई जारी
इसी दिन कोरिया जिले के चिरमिरी में आयकर विभाग (IT) की एक अलग जांच दूसरे दिन भी जारी रही। यह कार्रवाई SECL कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर आयकर रिफंड दिलवाने के रैकेट से जुड़ी बताई जा रही है।
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इस मामले में कर सलाहकार मनीष उर्फ महेन्द्र गुप्ता पर गाज गिरती दिख रही है।
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मनेंद्रगढ़ में शुरू हुई कार्रवाई अब समाप्त हो चुकी है, लेकिन चिरमिरी में आज भी आयकर अधिकारी डटे हुए हैं।
मुख्य बिंदु एक नजर में:
✅ दुर्ग के होटल कारोबारी विजय अग्रवाल के घर और ऑफिस पर ईडी की रेड
✅ दिल्ली के महारानी बाग में शरण अग्रवाल के निवास पर कार्रवाई
✅ 70 लाख और 15 करोड़ रुपये कैश मिलने की चर्चा
✅ पूर्व में रेल नीर घोटाले में आ चुका है नाम
✅ छत्तीसगढ़ में मिड डे मील योजना से भी जुड़ाव
✅ चिरमिरी में IT विभाग की फर्जी टैक्स रिफंड मामले में दूसरी दिन की रेड
✅ पप्पू बंसल से संबंधों की जांच में भी जुटी है एजेंसी
✍️ निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ में ईडी और आयकर विभाग की समानांतर कार्रवाई यह संकेत देती है कि राज्य में आर्थिक अनियमितताओं के विरुद्ध केंद्रीय एजेंसियों का रुख सख्त हो चुका है। रेलवे कॉन्ट्रैक्ट से लेकर सार्वजनिक योजनाओं में ठेके पाने वाले रसूखदार परिवारों की काली कमाई और सत्ता से नजदीकी अब जांच एजेंसियों के निशाने पर है। आने वाले दिनों में इस कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में भी हलचल बढ़ सकती है।