रायपुर/खरोरा, 15 जुलाई 2025।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र 2025 के पहले ही दिन धरसींवा विधायक अनुज शर्मा ने अपनी विधानसभा क्षेत्र से जुड़े गंभीर मुद्दों को सदन में पुरज़ोर तरीके से उठाया।
उन्होंने मिलावटी शराब की बिक्री, नकटी गांव की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा, और मोहरेंगा नेचर सफारी में वन्य संपदा की स्थिति को लेकर सरकार से जवाब मांगा। उनके सवालों ने न केवल सरकार को जवाब देने पर मजबूर किया, बल्कि क्षेत्रीय समस्याओं को भी राज्य स्तर पर प्रमुखता दिलाई।
लालपुर शराब दुकान में मिलावटी शराब की बिक्री पर सख्त सवाल
विधायक अनुज शर्मा ने आबकारी मंत्री से सीधे सवाल किया कि—
“क्या धरसींवा क्षेत्र के ग्राम लालपुर स्थित सरकारी शराब दुकान में जून माह में बिना होलोग्राम वाली और मिलावटी शराब बेचे जाने की शिकायत सरकार को मिली थी? यदि हां, तो अब तक क्या कार्यवाही की गई?”
आबकारी मंत्री ने जवाब में माना:
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13 जून को राज्य स्तरीय उड़नदस्ता ने धरसींवा के लालपुर में शराब दुकान की जांच की थी।
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जांच में बिना होलोग्राम वाली शराब, मिलावट, और वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं।
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इस पर प्लेसमेंट एजेंसी के दोषी कर्मचारियों को हटाया गया।
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साथ ही, जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों को निलंबित किया गया।
यह जवाब दर्शाता है कि क्षेत्र में सरकारी दुकान के माध्यम से ही उपभोक्ताओं की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा था।
नकटी (सम्मानपुर) गांव की शासकीय भूमि पर कब्जे का मामला
विधायक अनुज शर्मा ने दूसरा बड़ा सवाल ग्राम नकटी (सम्मानपुर) की शासकीय भूमि पर कथित अवैध कब्जे को लेकर पूछा।
उन्होंने यह जानना चाहा कि—
“क्या ग्राम नकटी में जमीन पर कब्जा धारियों को नोटिस जारी किए गए थे? और क्या वहां कोई योजना अधिसूचित की गई थी?”
राजस्व मंत्री का जवाब:
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अभी तक कोई भी योजना हेतु अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
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लेकिन, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड द्वारा षष्ठम विधानसभा के जनप्रतिनिधियों के लिए भूमि की मांग की गई थी।
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इस क्षेत्र में अवैध कब्जे की स्थिति को लेकर अब तक कोई स्पष्ट कार्रवाई का उल्लेख नहीं किया गया है।
मोहरेंगा नेचर सफारी की स्थिति और संरक्षण पर सवाल
विधायक शर्मा का तीसरा सवाल धरसींवा की बहुचर्चित मोहरेंगा नेचर सफारी से जुड़ा था। उन्होंने पूछा:
“सफारी में कितने कर्मचारी कार्यरत हैं, कौन-कौन से वृक्ष और वन्य प्राणी वहां हैं, और क्या वहाँ अवैध कटाई या परिवहन की कोई शिकायत दर्ज की गई है?”
वन मंत्री का जवाब:
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मोहरेंगा सफारी में 1 वनपाल, 1 वनरक्षक और 10 दैनिक वेतनभोगी श्रमिक कार्यरत हैं।
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कोई भी संविदा कर्मचारी तैनात नहीं है।
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सफारी में साजा, खैर, तेन्दू, सागौन, बीजा, महुआ, चार, बहेड़ा, कुसुम, आंवला और बांस जैसी महत्वपूर्ण वन संपदा मौजूद है।
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वृक्षों या वन्यप्राणियों की गणना नहीं की गई है।
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अब तक कोई अवैध कटाई या परिवहन की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
मुख्य बिंदु एक नजर में:
मुद्दा | सवाल | सरकार का जवाब |
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मिलावटी शराब | लालपुर शराब दुकान में बिना होलोग्राम और मिलावट | दोषियों पर कार्रवाई, कर्मचारी हटाए गए, अधिकारी निलंबित |
नकटी गांव कब्जा | क्या नोटिस जारी हुए और क्या योजना प्रस्तावित | कोई अधिसूचना नहीं, लेकिन हाउसिंग बोर्ड ने भूमि की मांग की |
मोहरेंगा सफारी | कर्मचारी, वन्यजीव और अवैध कटाई की स्थिति | सीमित कर्मचारी, महत्वपूर्ण वृक्ष प्रजातियाँ मौजूद, कोई शिकायत नहीं |
️ विधायक अनुज शर्मा की सक्रियता को मिली सराहना
विधानसभा के पहले ही दिन विधायक अनुज शर्मा की तरफ से उठाए गए सवालों को स्थानीय जनसमस्याओं से गहराई से जुड़ा माना जा रहा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि द्वारा इस तरह की मजबूत और तथ्यों पर आधारित सवालों की राजनीति से धरसींवा क्षेत्र की समस्याएं राज्य सरकार के एजेंडे पर आ रही हैं।
निष्कर्ष:
धरसींवा क्षेत्र में शराब बिक्री में घोटाले, सरकारी ज़मीन पर कब्जे और पर्यावरणीय संपदा की निगरानी जैसे मुद्दों पर विधायक अनुज शर्मा की सक्रियता यह दर्शाती है कि वे जनहित के मामलों को विधानसभा के उच्च मंच पर उठा रहे हैं। अब सवाल यह है कि सरकार इन उठाए गए मुद्दों पर भविष्य में कितनी ठोस कार्रवाई करती है।