छत्तीसगढ़ की संस्कृति को नई उड़ान: ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ के अंतर्गत रायपुर से विशेष ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना

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रायपुर,
छत्तीसगढ़ सरकार की बहुप्रशंसित योजना ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ के अंतर्गत आज रायपुर रेलवे स्टेशन से रायपुर संभाग के 850 श्रद्धालु विशेष ट्रेन से अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। यह यात्रा राज्य के रजत जयंती वर्ष में सांस्कृतिक चेतना के नव जागरण का प्रतीक बन गई है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा,

“यह केवल एक तीर्थयात्रा नहीं, बल्कि हमारे ‘भांचा राम’ — प्रभु श्रीराम के जन्मस्थान की ओर भावनात्मक और सांस्कृतिक यात्रा है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की उस गारंटी का प्रतिफल है, जिसमें उन्होंने हर भारतीय को श्रीराम के दर्शन का अवसर दिलाने का संकल्प लिया था।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि “श्री रामलला दर्शन योजना” के अंतर्गत सरकार ने मार्च 2024 तक 20,000 श्रद्धालुओं को अयोध्या भेजने का लक्ष्य रखा था, जो 22,000 से अधिक तक पहुँच चुका है। अब इस यात्रा में काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन का अवसर भी श्रद्धालुओं को मिल रहा है।

योजना के लिए 36 करोड़ का बजट, 27 ट्रेनें अब तक रवाना

मुख्यमंत्री श्री साय ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में योजना के लिए ₹36 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है। अब तक 27 विशेष ट्रेनों के माध्यम से छत्तीसगढ़ के विभिन्न संभागों से श्रद्धालु अयोध्या धाम पहुंच चुके हैं। रायपुर से आज रवाना हुई विशेष ट्रेन वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तीर्थ ट्रेन है।

प्लेटफॉर्म गूंज उठा ‘जय श्रीराम’ के नारों से

दोपहर 1:00 बजे, छत्तीसगढ़ के राजस्व, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर ‘जय श्रीराम’ के नारों की गूंज के बीच भावुकता, श्रद्धा और उल्लास का दृश्य देखने को मिला।

तीर्थयात्रियों के स्वागत में छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य और लोकवाद्य की प्रस्तुति दी गई। वहीं IRCTC प्रतिनिधियों द्वारा तिलक लगाकर उन्हें सम्मानपूर्वक विदा किया गया।

सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस यात्रा को राज्य की सांस्कृतिक चेतना का पुनरुत्थान बताते हुए कहा कि यह योजना विशेष रूप से बुज़ुर्गों और वंचित वर्गों को केंद्र में रखकर बनाई गई है। इसका उद्देश्य है कि प्रत्येक नागरिक को जीवन में एक बार अयोध्या धाम के दर्शन का अवसर मिल सके।

महत्वपूर्ण उपस्थितियाँ

इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:

  • विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू,

  • गुरु खुशवंत साहिब,

  • छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा,

  • नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव,

  • राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज,

  • संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव,

  • पर्यटन बोर्ड के एमडी श्री विवेक आचार्य,

  • कलेक्टर रायपुर डॉ. गौरव सिंह,

  • रेलवे एवं IRCTC के वरिष्ठ प्रतिनिधि।

योजना की पृष्ठभूमि और प्रगति

इस योजना की परिकल्पना मुख्यमंत्री श्री साय ने की थी, जिसे मूर्त रूप देने के लिए 23 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और IRCTC के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। योजना का औपचारिक शुभारंभ 5 मार्च 2024 को रायपुर से हुआ था, जहाँ स्वयं मुख्यमंत्री ने पहली ट्रेन को रवाना किया था।

तब से लेकर अब तक बिलासपुर, सरगुजा, दुर्ग-बस्तर सहित राज्य के विभिन्न संभागों से नियमित अंतराल पर ट्रेनों का संचालन हो रहा है। 2024-25 में 22,100 श्रद्धालु अयोध्या यात्रा कर चुके हैं और योजना के तहत हर संभाग से साप्ताहिक तीर्थ ट्रेनें चलाई जा रही हैं।


निष्कर्ष:
“श्री रामलला दर्शन योजना” न केवल छत्तीसगढ़ की जनता को प्रभु श्रीराम से जोड़ने का माध्यम बन रही है, बल्कि यह यात्रा सांस्कृतिक गौरव, सामाजिक समरसता और धार्मिक जागरण की एक अद्वितीय मिसाल भी बन चुकी है।

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