दुर्ग, छत्तीसगढ़ | पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के निर्देशन में हत्या जैसे जघन्य अपराधों की जांच को और अधिक प्रभावी एवं वैज्ञानिक बनाने के उद्देश्य से “रेंज स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विवेचकों को हत्या की घटनाओं की जांच से लेकर न्यायालय में साक्ष्य प्रस्तुत करने तक की प्रक्रिया में दक्ष बनाना रहा।
प्रशिक्षण सत्र में स्वयं आईजी दुर्ग श्री गर्ग ने PowerPoint प्रजेंटेशन (PPT) के माध्यम से प्रतिभागियों को बिंदुवार मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने हत्या के मामलों में विवेचना से जुड़े प्राथमिक, तकनीकी और कानूनी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु:
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सूचना प्राप्त होते ही त्वरित कार्यवाही और घटनास्थल पर पहुँचना
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घटनास्थल निरीक्षण में सावधानियाँ और तकनीकी बारीकियाँ
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भौतिक, वैज्ञानिक और डिजिटल साक्ष्यों को सुरक्षित रखने की विधियाँ
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पंचनामा, पोस्टमार्टम और उससे जुड़ी संवेदनशील प्रक्रियाएँ
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आरोपी की पहचान, तलाश और गिरफ्तारी के बाद की कानूनी प्रक्रिया
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साक्ष्य प्रस्तुति, केस डायरी लेखन और चार्जशीट तैयार करने की रणनीति
इस वृहद प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुर्ग रेंज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री विजय अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बेमेतरा श्री रामकृष्ण साहू, पुलिस अधीक्षक बालोद श्री योगेश पटेल, रेंज के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी, और 90 से अधिक विवेचक ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए।