रायपुर – सेंट्रल जीएसटी की इंटिलिजेंस टीम (डीजीजीआई) ने बुधवार को राजधानी सहित दुर्ग-भिलाई तथा राजनांदगांव में आशिकी गुटखा कंपनी के साथ डिस्ट्रीब्यूटर्स के ठिकानों में छापे की कार्रवाई की गई। छापे की कार्रवाई फर्जी बिलिंग, टैक्स चोरी करने के आरोप में की गई है। केंद्रीय टीम ने कारोबारी समूह के ठिकानों से 60 करोड़ रुपए की गड़बड़ी पकड़ी है।
सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल जीएसटी की इंटिलिजेंस विंग ने राजनांदगांव में पान मसाला फैक्ट्री के मालिक नरेश मोटलानी,छत्तीसगढ़ के डिस्ट्रीब्यूटर रायपुर निवासी विश्वनाथ काबरा तथा दुर्ग-भिलाई के ठिकानों में छापे की कार्रवाई की है। छापे की कार्रवाई में डीजीजीआई ने बड़े पैमाने पर कच्चे में लेन-देन के दस्तावेज जब्त किया है।
कई दस्तावेज जब्त
छापे की कार्रवाई संबंधित लोगों के ठिकानों में देर शामतक जारी रही। छापे की कार्रवाई को इतना गुप्ता रखा गया था कि सेंट्रल जीएसटी के बड़े अफसरों को छोड़ किसी अन्य को भनक तक नहीं लगने दी। छापे की कार्रवाई में डीजीजीआई ने संबंधित ठिकानों से लैपटॉप, कम्प्यूटर हार्ड डिस्क सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किया है। कार्रवाई को देखते हुए आने वाले दिनों में टैक्स चोरी करने के आरोप में डीजीजीआई की टीम टैक्स चोरी करने तथा फर्जी बिलिंग करने के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार कर सकती है।