रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक हाई-प्रोफाइल साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है, जिसमें राज्य शासन के एक संचालनालय में पदस्थ महिला डिप्टी डायरेक्टर को शातिर ठगों ने शेयर बाजार में मोटे मुनाफे का लालच देकर करीब 90 लाख रुपये की चपत लगा दी। यह ठगी मार्च से अब तक किश्तों में की गई, जिसमें शुरू में लाभ दिखाकर विश्वास जमाया गया और फिर धीरे-धीरे बड़ी रकम ऐंठी गई।
ऐसे रचा गया जाल: छोटे मुनाफे दिखाकर फंसाया
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने महिला अधिकारी से संपर्क कर उन्हें शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ने का प्रस्ताव दिया। शुरुआत में उन्होंने छोटी रकम निवेश कराई और जल्द ही उस पर आकर्षक मुनाफा दिखाया। लाभ देखकर अधिकारी को विश्वास हो गया और उसने कई बार में फोनपे और RTGS जैसे माध्यमों से रकम ट्रांसफर करनी शुरू कर दी।
ठगों ने रिटर्न के नाम पर लगातार झूठे आंकड़े दिखाए और निवेश जारी रखने का दबाव बनाया। इस तरह कुल मिलाकर लगभग 90 लाख रुपये ठग लिए गए। जब काफी समय बाद भी मुनाफा नहीं मिला और संपर्क टूट गया, तब जाकर महिला को ठगी का एहसास हुआ।
राखी थाना पुलिस ने दर्ज किया मामला, जल्द हो सकता है गिरोह का भंडाफोड़
पीड़िता ने इस मामले की शिकायत राखी थाना में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने साइबर फ्रॉड के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह एक संगठित साइबर गिरोह का काम हो सकता है, जो हाई-प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाकर निवेश के नाम पर ठगी करता है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, तकनीकी साक्ष्य के आधार पर जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
RTGS से जुड़ी अहम जानकारी: क्या होता है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट?
इस ठगी में इस्तेमाल हुए RTGS (Real Time Gross Settlement) को लेकर भी लोगों में जिज्ञासा है। RTGS एक बैंकिंग सुविधा है जिसके जरिए दो लाख रुपये या उससे अधिक की रकम का तत्काल और सुरक्षित ट्रांसफर किया जा सकता है।
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“रियल टाइम” का अर्थ है कि लेन-देन बिना किसी विलंब के तुरंत होता है।
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“ग्रॉस सेटलमेंट” का मतलब है कि राशि को टुकड़ों में नहीं, बल्कि एक साथ पूरा ट्रांसफर किया जाता है।
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RTGS सुविधा आमतौर पर बैंकिंग समय के भीतर उपलब्ध रहती है और इसे बड़ी राशि भेजने के लिए सबसे सुरक्षित माध्यम माना जाता है।
मुख्य बिंदु:
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रायपुर की महिला डिप्टी डायरेक्टर से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 90 लाख की ठगी
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ठगों ने शुरुआत में छोटे मुनाफे दिखाकर बढ़ाया भरोसा
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फोनपे और RTGS के माध्यम से भेजी गई रकम
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पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
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साइबर गिरोह के पर्दाफाश की संभावना