छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक बार फिर जंगल से भटके हाथियों ने ग्रामीणों की जान पर आफत ला दी। 22 जुलाई की रात लैलूंगा रेंज के दो गांवों—गोसाईडीह और मोहनपुर—में मादा हाथी और उसके शावक ने जमकर उत्पात मचाया। इस हमले में 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
ग्रामीणों के अनुसार, रात करीब 10 बजे गोसाईडीह में हाथियों का झुंड दाखिल हुआ। गांव में घुसते ही मादा हाथी बेकाबू हो गई और सबसे पहले उसने एक 3 साल के मासूम बच्चे को उठा-उठाकर पटक दिया। बच्चा मौके पर ही दम तोड़ बैठा। यह दृश्य देख ग्रामीणों में चीख-पुकार मच गई और अफरा-तफरी फैल गई।
इसके बाद हाथी झुंड मोहनपुर गांव की ओर बढ़ गया, जहां खेत में काम कर रही एक महिला को मादा हाथी ने अपनी सूंड में उठाकर जमीन पर पटका, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हाथियों का कहर यहीं नहीं थमा—एक घर की दीवार को तोड़ते समय एक ग्रामीण मलबे के नीचे दब गया, जिससे उसकी भी जान चली गई।
ग्रामीणों ने बताया कि हमले के दौरान हाथियों ने कई घरों में तोड़फोड़ मचाई और फसलों को भी रौंद दिया। मवेशियों को भी चोटें आई हैं। मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम सुबह घटनास्थल पर पहुंची और हालात का जायजा लिया।
सूत्रों के अनुसार, मृतकों में 3 साल का बच्चा एक अन्य गांव से आया हुआ था, जबकि महिला और पुरुष दोनों मोहनपुर के निवासी थे। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल राहत और सुरक्षा की मांग की है।