छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक 12 साल की नाबालिग से अश्लील हरकत की गई है। यह पूरा मामला नगर के वार्ड 20 के दीनदयाल फाउंडेशन आश्रम का है।
जानकारी के अनुसार, इस मामले से संबंधित एक ऑडियो-वीडियो भी वायरल हुआ है। उस वायरल ऑडियो में आश्रम के संचालक नाबालिक से बात के दौरान मामले को दबाने की कर रहे हैं। वायरल वीडियो में आश्रम संचालक और अश्लील हरकत करने वाले की असलियत उजागर हुई है। मामला सामने आते ही वार्ड पार्षद के साथ वार्डवासियों ने एसपी से शिकायत में कार्रवाई की मांग की है। आश्रम पर सरकारी जमीन कब्जा कर तंत्र-मंत्र की गतिविधियों का भी आरोप लगा है। मामले की शिकायत के बाद बालोद पुलिस आश्रम संचालक को बुलाकर पूछताछ कर रही है। इस पूरे मामले में पुलिस जल्द ही बड़ा खुलासा कर सकती है।
आश्रम में दूसरे लोगों का भी आना-जाना
वहीं वार्ड पार्षद के साथ वार्डवासियों ने शिकायत पत्र में लिखा है कि, बालोद नगर के वार्ड क्रमांक 20 में पिछले पांच सालों से दूसरे राज्य के व्यक्तियों द्वारा दीनदयाल फाउंडेशन नामक आश्रम खोला गया है। जिसमें से 50 डिसमिल से अधिक सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। जहां उक्त आश्रम के संचालक के अलावा दूसरे राज्य के कई लोग रहते हैं।
ऑडियो में बच्ची के माता-पिता से बात छुपाने को कह रहे संचालक
उक्त आश्रम के संचालक और वहां रहने वाले एक व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर दो दिनों से वायरल हो रहा है जिसमें 12 साल की नाबालिग बच्ची पायल के साथ अश्लील हरकत किए जाने पर आश्रम के संचालक उन्हें डांट रहे हैं और एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें आश्रम के संचालक पीड़ित बच्ची से बात कर रहे हैं और बच्ची के साथ हुई घटना के बारे में उनके माता-पिता को नहीं बताने की बात बाबा कह रहा है।
वार्डवासियों में आश्रम के खिलाफ भयंकर आक्रोश
इसके अलावा और कई बच्चियों के शिकार होने की भी संभावना है। वीडियो और ऑडियो वायरल होने से वार्डवासियों में उक्त आश्रम के खिलाफ आक्रोश है। उस आश्रम में तंत्र-मंत्र और झाड़ फूंक जैसे कार्य भी किए जाते हैं जिससे वार्डवासियों में भय का माहौल है। पूर्व में भी उस आश्रम के संचालक के खिलाफ शिकायत की गई थी किन्तु अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
मामले की गंभीरता से जांच की मांग
पुलिस अधीक्षकसे स्थानीय लोगों ने निवेदन किया है कि, वीडियों और ऑडियों की गंभीरता से जांच कर आश्रम संचालक और अन्य सदस्यों पर कार्यवाही कर शासकीय जमीन पर किए गए अतिक्रमण से कब्जा हटाने हेतु कार्रवाई करने को कहा है।