भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा। शानदार फॉर्म में चल रहे टीम के उपकप्तान और विकेटकीपर ऋषभ पंत चोटिल हो गए। क्रिस वोक्स की एक गेंद को रिवर्स स्वीप करने के चक्कर में पंत के पैर में गेंद लग गई। उनके पैर में सूजन हो गई थी। इसके बाद उन्हें बग्गी के सहारे मैदान से बाहर ले जाना पड़ा। उनके पैर का स्कैन हुआ है, इसकी रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि वो आगे अब टेस्ट में खेल पाएंगे या नहीं। चोट को देखते हुए तो पंत का आगे खेलना संदिग्ध ही लग रहा।
अगर स्कैन रिपोर्ट में चोट गहरी नहीं हुई तो पंत दूसरे दिन बल्लेबाजी के लिए उतर सकते हैं क्योंकि वो रिटायर्ड हर्ट हुए हैं। अगर कोई बैटर रिटायर्ड हर्ट होता है तो दोबारा बैटिंग के लिए आ सकता है लेकिन रिटायर्ड आउट होने की सूरत में वो दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं उतर सकता। यहां ये भी सवाल उठता है कि अगर पंत की चोट गहरी हुई और वो पूरे टेस्ट मैच से ही बाहर हो गए तो क्या होगा? क्या टीम इंडिया को उनका सब्सिट्यूट मिलेगा और अगर मिलेगा तो क्या वो बल्लेबाजी कर सकेगा? क्या कहता है आईसीसी का नियम आइए जानते हैं।
पंत की जगह क्या कोई दूसरा बैटिंग कर पाएगा?
ऋषभ पंत की चोट ने क्रिकेट नियमों और कन्कशन सब्सिट्यूट पर फिर चर्चा छेड़ दी है। आईसीसी के नियमों के मुताबिक, कन्कशन सब्सिट्यूट तब लागू होता है, जब किसी प्लेयर को सिर पर चोट लगती है और वो आगे खेल जारी नहीं रख सकता है। ऐसी सूरत में टीम को चोटिल खिलाड़ी के समान रोल निभाने वाला दूसरा प्लेयर मिलता है। इसे समझ सकते हैं कि अगर कोई विकेटकीपर कन्कशन हुआ तो उसके स्थान पर दूसरा विकेटकीपर आएगा और वो मैच में विकेटकीपिंग के साथ बल्लेबाजी भी कर सकेगा।
जुरेल सिर्फ विकेटकीपिंग ही कर पाएंगे
इसे ऐसे समझें कि अगर पंत को सिर में चोट लगती और उन्हें कन्कशन के तौर पर बाहर होना पड़ता तो भारत को ध्रुव जुरेल को कन्कशन सब्सिट्यूट के रूप में लाने का मौका मिलता, जो बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दोनों कर सकते थे। लेकिन पंत को सिर नहीं, पैर में चोट लगी है। ऐसे में भारत को कन्कशन सब्सिटयूट की इजाजत नहीं मिलेगी।
इसके बजाय सिर्फ सब्सिट्यूट फील्डर मिल सकता है, जो केवल फीडिंग या विकेटकीपिंग कर सकते। उसे बल्लेबाजी की इजाजत नहीं होगी और न ही वो गेंदबाजी कर सकता है। इसका मतलब है कि अगर पंत पूरे मैच से बाहर होते हैं तो जुरेल उनकी जगह टीम में आ तो जाएंगे लेकिन बल्लेबाजी नहीं कर सकेंगे, उन्हें सिर्फ विकेटकीपिंग की इजाजत होगी और पूरे मैच में भारत के 10 खिलाड़ी ही बल्लेबाजी कर सकेंगे