क्षिप्त विवरण:
दुर्ग जिले के नंदिनी टाउनशिप में दो सरकारी शिक्षकों के बीच पुरानी रंजिश इतनी बढ़ गई कि मामला जानलेवा साजिश तक पहुंच गया। पड़ोसी से विवाद के चलते एक सरकारी टीचर ने अपनी ही बाइक से पेट्रोल निकालकर दूसरे शिक्षक की कार और बाइक को आग के हवाले कर दिया। घटना 27 जून की रात की है, जब घर के चार सदस्य अंदर सो रहे थे। गनीमत रही कि समय रहते आग बुझा दी गई, वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पूरी रिपोर्ट:
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के नंदिनी थाना क्षेत्र में सरकारी शिक्षक राजेश कुमार मरकाम और उसके साथी उमेश पाटील ने मिलकर पड़ोसी शिक्षक रामेश्वर कुमार विश्वकर्मा के घर के बाहर खड़ी कार और बाइक में आग लगा दी। मामला सिर्फ संपत्ति नुकसान तक सीमित नहीं था, बल्कि पड़ोसी परिवार को नुकसान पहुंचाने की गंभीर साजिश रची गई थी।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी राजेश ने अपनी बाइक से पेट्रोल निकाला और उसे कैन में भरकर सीधे पड़ोसी के घर पहुंचा। फिर उसने बाइक और कार पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। संयोग से मोहल्ले के लोग समय रहते जाग गए और आग पर काबू पाया गया, जिससे घर के भीतर सो रहे चार सदस्य बाल-बाल बच गए। हालांकि, गाड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई।
पुलिस ने कैसे पकड़ा:
पीड़ित रामेश्वर ने 27 जून को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी संपत्ति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया है। जांच में पुलिस को एक संदिग्ध मैसेज मिला, जिसके आधार पर पड़ोसी राजेश कुमार मरकाम और उसके साथी उमेश पाटील को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि आपसी मनमुटाव और पुरानी रंजिश के चलते उन्होंने जानबूझकर इस घटना को अंजाम दिया।
साजिश थी परिवार को खत्म करने की:
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी सिर्फ गाड़ियों को जलाने नहीं, बल्कि पूरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की योजना बना चुके थे। इस खुलासे ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मोहल्ले के लोग आग बुझाते नजर आ रहे हैं।
कानूनी कार्रवाई:
दुर्ग पुलिस ने दोनों आरोपियों को 24 जुलाई को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उनके खिलाफ आगजनी, हत्या की साजिश और सार्वजनिक शांति भंग करने जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।