छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित सतिघाट वार्ड क्रमांक 1 का रपटा पहली बारिश में ही बह गया। यह पुलियानुमा रपटा वार्ड क्रमांक 1 से एक मात्र भालुखार टिपकडाँड़ सागरपाली पहुंच मार्ग हैं। जिसमें 30 परिवारों से अधिक लोग निवासरत हैं। आवागमन बंद हो जाने से यहां संचालित स्कूलों सहित स्वास्थ्य सुविधाओं व दैनिक दिनचर्या के वस्तुओं के लिए लोगों को जहदोजद का सामना करना पड़ेगा।
वहीं गुरुवार दोपहर और रात को अनवरत बारिश से भैरवी नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ गया, जो आज सुबह पुल के ऊपर से तेजधार पानी बह रहा था। इस दौरान राहगीरों का आवागमन भी हो रहा था तभी अचानक सुबह करीब 7 बजे पुल का एक हिस्सा ढह गया। जिससे वार्ड 1 में आने-जाने वालों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी पुल
बता दें कि, कांग्रेस के शासनकाल में नगर पंचायत कोतबा अंतर्गत अधोसंरचना मद से 22.38 लाख की लागत से निर्माण कार्य कराया गया था। जो कि वर्ष 2018 में पूर्ण कर लोकार्पण कर वार्ड वासियों को सुविधा उपलब्ध हुई थी। इस पुलिया के लिए वार्ड सहित नगरवासियों ने लम्बे अरसे तक लगातार मांग और इंतजार के बाद यह पुल का निर्माण कराया गया था। लेकिन वो भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
जान जोखिम में डाल कर लोग पार कर रहे पुल
बताया जा रहा है कि, निर्माण के दौरान धुल बैठने के बाद मिट्टी फिलिंग का कार्य में भारी कोताही बरती गई थी, जो प्रारंभिक समय से धसते जा रही थी। बीते बरसात में ही इस रपटा पुल में दरारें आ गई थी और कुछ हिस्सा बह गया है। इसके बाद रिपेयरिंग कार्य नगर पंचायत द्वारा करवाया गया था, लेकिन बहाव से बने दरारों पर ध्यान नहीं दिया गया। इसी वजह से पहली बारिश में पुल के ढह गई, जिससे आवागमन बाधित हो गया है। लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर पैदल बहते पानी से आना -जाना कर रहे है। ये पूरा मोहल्ला कोतबा नगर के बाजार पर आश्रित है। राशन दवाई से लेकर हर जरूरत की समान व अन्य कामकाज के लिए कोतबा मुख्य बाजार आना होता है। खेती किसानी के सीजन में खाद-बीज परिवहन में भी यही एक पहुंच मार्ग है।

कभी भी ढह सकता है पुल
शिक्षक सूरज साहू ने बताया कि, वे स्कूल जा रहे थे। भालुखार की ओर से एक बाइक वाला पुल के ऊपर से उसी हिस्से से पार कर रहे थे। पानी करीब घुटने से नीचे तक पुल के ऊपर से बह रहा था। ठीक बाइक वाले को पार होता देख दूसरी दिशा से मैं जाने ही वाला था कि पुल अचानक से ढह गया। मैं डर कर वापस लौट गया पानी का स्तर उतरने के बाद अब स्कूल जा रहा हूँ। इस पुल की जर्जर हालत देख कर लगता है कभी भी बड़ा हादसा हो सकता हैं।
ठेकेदार की लापरवाही
पार्षद परमानंद पैकरा ने बताया कि, ये भालुखार सागरपाली का एकमात्र पहुंच मार्ग है। यहाँ पुल का निर्माण कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ था। इसमें बालू गिट्टी की फिलिंग करने की जगह ठेकेदार ने भ्रष्टाचार कर मिट्टी की फिलिंग की गई। जिसका खामियाजा हम वार्डवासियों को भुगतना पड़ रहा है। शासन से मांग करता हूँ कि, यहाँ पुल का निर्माण करवाया जाए रपटा पुलिया इस जगह काम नहीं आएगा।
जलस्तर कम होते ही कार्य कराया जाएगा : सीएमओ
मुख्य नगर पालिका अधिकारी टी.आर.यादव ने बताया कि, अधित बरसात होने से नदी का जलस्तर बढ़ने से रपटा पुल ढह जाने की सूचना मिली हैं। वार्डवासियों के आवागमन बाधित न हो इसके लिए समुचित व्यवस्था तत्काल उपलब्ध करवाई जाएगा। इसके लिए जलस्तर कम होते ही आवश्यक कार्य करवाए जायेंगे।