छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में धर्मांतरण और ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर जमकर बवाल हुआ। 2 मिशनरी सिस्टर (नन) और एक युवक पर 3 आदिवासी युवतियों को UP के आगरा में काम दिलाने के बहाने बेचने ले जाने का आरोप है। मामला भिलाई थाना-3 के दुर्ग जीआरपी चौकी का है।
मिली जानकारी के मुताबिक नारायणपुर की युवतियों को आगरा ले जाने वालों का नाम सुखमन मंडावी और मिशनरी सिस्टर प्रीति है। वहीं तीसरी नन का नाम नहीं पता चला पाया है। ये तीनों लोग कमलेश्वरी, ललिता और सुखमति नाम की युवती को आगरा लेकर जा रहे थे, जिन्हें बजरंग दल ने पकड़ा है।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए मिशनरी सिस्टर और युवक के पास से पास्टर का नंबर और 7 नाबालिग लड़कियों की फोटो मिले हैं। इसके साथ ही कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं। तीनों युवतियों को भिलाई सखी सेंटर में रखा गया है, जबकि 2 मिशनरी सिस्टर और युवक GRP की हिरासत में हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, शुक्रवार सुबह साढ़े 8 बजे 2 मिशनरी सिस्टर और एक युवक तीन लड़कियों के साथ रेलवे स्टेशन में घूम रहे थे। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक लड़की रोते देखा। इस दौरान साथ वाला युवक उस युवती से कह रहा था कि तुम यहां तक आए हो तो तुमको जाना पड़ेगा।
इस दौरान युवक की बातों को बजरंग दल के कार्यकर्ता सुन रहे थे। ऐसे में उन्हें शक मिशनरी सिस्टर और युवक पर शक हुआ। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तीनों से पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि मिशनरी सिस्टर और युवक तीनों युवतियों को आगरा ले जा रहे हैं।
मिशनरी सिस्टर और युवक की बातचीत पर शक होने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्टेशन में हंगामा कर दिया। बवाल के बीच तीनों युवतियों को, उनके साथ 2 नन और एक युवक को पकड़कर जीआरपी थाने ले आई। उनसे पूछताछ की जा रही है।
रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं का हंगामा
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाकर दुर्ग रेलवे स्टेशन के GRP चौकी में नारेबाजी कर हंगामा शुरू कर दिया। साथ ही कार्यकर्ताओं ने बजरंग दल के दुर्ग संयोजक रवि निगम और बजरंग दल की प्रदेश संयोजिका ज्योति शर्मा को सूचना दी।
इस दौरान बजरंग दल की प्रदेश संयोजिका ज्योति शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची। ज्योति शर्मा ने मिशनरी सिस्टर (नन) पर युवतियों को नौकरी का झांसा देकर ले जाकर बेचने और धर्मांतरण का आरोप लगाया था। साथ ही कहा कि यह मामला सिर्फ नौकरी दिलाने का नहीं, बल्कि मानव तस्करी और धर्मांतरण से जुड़ा है
पकड़े गए युवक के पास मिले 3 आधार कार्ड
ज्योति शर्मा ने बताया कि तीनों युवतियां नारायणपुर के ओरछा की रहने वाली हैं। वह ओरछा गांव से नारायणपुर घूमने के लिए निकली थी। उनके घर वाले ओरछा थाने में मिशनरी सिस्टर और युवक के खिलाफ FIR दर्ज करा रहे हैं। तीनों आरोपी मिलकर युवतियों को बेचते हैं। पकड़े गए युवक के 3 आधार कार्ड हैं।
ज्योति शर्मा ने बताया कि मिशनरी सिस्टर और युवक के पास से एक डायरी मिली है। उसमें कई राज्यों के नाम हैं। इसके अलावा डायरी में पादरियों के नंबर भी हैं। साथ ही 8-10 लड़कियों के फोटो भी मिले हैं। इनको भी बेचने की आशंका है।
हम युवतियों को कहीं नहीं भेजना चाहते- परिजन
कमलेश्वरी प्रधान के जीजा अवस लाल धनेलिया ने बताया कि मैंने कहा था कि किसी पर विश्वास करके ऐसे नहीं भेजना है, लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं मानी। कुकराझर थाने से फोन आया था। इस पर मैंने उन्हें लड़कियों की वापसी की बात कही। हम युवतियों को कहीं नहीं भेजना चाहते हैं।
वहीं नारायणपुर के ओरछा थाना प्रभारी रॉबिनशन ने बताया कि घरवालों को थाने बुलाया गया था। घरवालों ने बताया कि काम के लिए गए हैं, लेकिन किसके साथ गए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। घरवालों की ओर से कोई भी गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी।