तिलई (छत्तीसगढ़): पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता की मिसाल पेश करते हुए ग्राम तिलई के मुस्लिम समाज ने रविवार को एक सराहनीय पहल की। गांव के मुस्लिम कब्रिस्तान परिसर में सामूहिक रूप से 100 पौधों का रोपण किया गया, जिसमें ज्यादातर छायादार और दीर्घजीवी पौधे शामिल थे। इस अवसर ने जहां पर्यावरण प्रेम को बल दिया, वहीं समाज के भीतर एकता और भावनात्मक जुड़ाव की भी सुंदर तस्वीर पेश की।
इस पौधरोपण कार्यक्रम की खास बात रही मुस्लिम समाज के युवाओं की प्रेरणादायक अपील —
“हर व्यक्ति एक पौधा अपनी मां और अपने मरहूम परिजनों के नाम जरूर लगाएं।”
इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण को संरक्षित करना है, बल्कि इस बहाने अपने पूर्वजों और माता-पिता के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता प्रकट करना भी है।
समाज के युवाओं ने कहा कि,
“जिस गांव और शहर का वातावरण साफ-सुथरा, हराभरा और शुद्ध होता है, वही तरक्की करता है। हर एक नागरिक को पर्यावरण की रक्षा के लिए अपनी भूमिका निभानी चाहिए।“
इस वृहद कार्यक्रम में समाज के प्रमुख सदस्य गुलजार बेग, सलीम बेग, दिलदार बेग, मुस्ताक बेग, अमजद खान, अजमत खान, हामिद खान, आज़म बेग समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। सभी ने पौध रोपण के बाद गांव, प्रदेश और देश की खुशहाली और उन्नति की दुआ की।
कार्यक्रम में शामिल लोगों ने न सिर्फ पौधे लगाए, बल्कि उनके संरक्षण और नियमित देखरेख का भी संकल्प लिया। इस नेक कार्य ने गांव में एक सकारात्मक संदेश फैलाया कि कब्रिस्तान जैसे स्थान भी हरियाली और जीवन के प्रतीक बन सकते हैं।