भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल टेस्ट से पहले ही पारा चढ़ गया है। मंगलवार को टीम इंडिया के प्रैक्टिस सेशन के दौरान हेड कोच गौतम गंभीर और पिच क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच जमकर बहस हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि भारतीय बैटिंग कोच सितांशु कोटक को बीच में आना पड़ गया और उन्होंने गंभीर को मौके से हटाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंभीर इतना आगबबूला हो गए थे कि उन्होंने पिच क्यूरेटर को गालियां तक दे दीं। इसके बाद क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन ने गंभीर की शिकायत करने की धमकी तक दे डाली।
गंभीर और पिच क्यूरेटर के बीच झगड़ा क्यों हुआ?
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अधिकारी भी इस विवाद में शामिल थे। लेकिन मामला क्या था? भारतीय बैटिंग कोच ने इसका खुलासा किया। बैटिंग कोच सितांशु कोटक के मुताबिक, पूरा विवाद पिच क्यूरेटिर फोर्टिस की वजह से शुरू हुआ।
क्यूरेटर नहीं चाहते थे कि भारतीय खिलाड़ी या सहयोगी स्टाफ पिच के आस-पास भी आएं। वह चाहते थे कि पिच पर और भी घास उगाई जाए और उन्होंने उनके पास आने पर आपत्ति जताई। कोटक ने बताया कि भारतीय खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों ने स्पाइक वाले जूते नहीं पहने थे और पिच को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचा सकते थे।
हमने कुछ नहीं गलत किया: सितांशु कोटक
कोटक ने ओवल में पत्रकारों से कहा, ‘जब हम पिच के पास बातचीत कर रहे थे, तो उन्होंने एक आदमी को यह संदेश देने के लिए भेजा था कि हम पिच से 2.5 मीटर दूर रहें। हमने जॉगर्स पहने हुए थे। हम जानते हैं कि क्यूरेटर पिच को लेकर बहुत ज़्यादा अधिकार जताते हैं। उन्होंने गौतम गंभीर के बारे में जो कहा, वह उनकी राय है और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। हमने कुछ भी गलत नहीं किया; हमने रबर के स्पाइक्स पहने हुए थे।’
भारत के बैटिंग कोच ने ओवल के पिच क्यूरेटर को लेकर आगे कहा, ‘लोग कुशल और बुद्धिमान हैं। किसी भी गेंदबाज ने स्पाइक्स भी नहीं पहने थे। आप पिच को लेकर सुरक्षात्मक हो सकते हैं, लेकिन घमंडी नहीं। यह कोई पुरानी चीज़ नहीं है जिसे आप छू नहीं सकते। उन्होंने कहा कि हम घास उगाने की कोशिश कर रहे हैं। आखिरकार, यह एक क्रिकेट पिच है।”
गंभीर को उनके खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी गई। कोटक से पूछा गया कि क्या टीम इंडिया इस मामले की शिकायत करेगी, तो बल्लेबाजी कोच ने कहा, ‘नहीं, महम कोई शिकायत दर्ज नहीं करेंगे।’