रक्षा का चाक-चौबंद इंतज़ाम: रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ाने आईजी गर्ग ने दिए निर्देश भिलाई से रिपोर्ट | स्पिन नाउ पोर्टल न्यूज़

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स्वतंत्रता दिवस नज़दीक है, और इसी के मद्देनज़र रेलवे स्टेशन की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। मंगलवार को भिलाई स्थित आईजी कार्यालय में आयोजित एक अहम बैठक में रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहन मंथन हुआ। बैठक की अध्यक्षता खुद दुर्ग रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग ने की।

बैठक का मकसद साफ था — यात्रियों की सुरक्षा को और बेहतर बनाना, अपराधों पर सख्त नज़र रखना और किसी भी आपात स्थिति में तेज़ एवं असरदार प्रतिक्रिया देने की तैयारियों को परखना।

इस समीक्षा बैठक में एसएसपी विजय अग्रवाल, कमांडेंट आरपीएफ रमन कुमार, जीआरपी एसपी श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा और बालोद एसपी योगेश पटेल (ऑनलाइन माध्यम से) शामिल हुए। बैठक में सभी अधिकारियों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारियों और तैयारियों का ब्यौरा पेश किया।

आईजी गर्ग ने दो टूक कहा — “रेलवे की सुरक्षा, यात्रियों का विश्वास है। यदि हम स्टेशन परिसर को अपराध मुक्त और सुरक्षित नहीं बना सके, तो यह हमारी असफलता होगी।” उन्होंने तीनों एजेंसियों — जीआरपी, आरपीएफ और जिला पुलिस — को आपसी तालमेल से काम करने की सख्त हिदायत दी।

सीसीटीवी निगरानी को और सशक्त करने के निर्देश

आईजी ने स्पष्ट कहा कि न केवल प्लेटफॉर्म बल्कि स्टेशन परिसर के अन्य हिस्से जैसे – प्रवेश द्वार, निकासी द्वार, पुल, पार्किंग एरिया – सभी जगह अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इससे संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखने में मदद मिलेगी और किसी भी आपराधिक हरकत का समय रहते पता चल सकेगा।

एसएसपी ने पेश किया प्रेजेंटेशन

बैठक के दौरान एसएसपी विजय अग्रवाल ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के ज़रिए रेलवे सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों का विश्लेषण किया। उन्होंने यह भी बताया कि किन स्थानों पर अभी निगरानी व्यवस्था कमजोर है और किन जगहों पर तुरंत सुधार की जरूरत है। व्यवहारिक सुझावों के माध्यम से उन्होंने सुरक्षा-व्यवस्था को और मजबूत करने के उपाय सामने रखे।

सामूहिक समन्वय ही है सफलता की कुंजी

आईजी गर्ग का कहना था कि जब तक जीआरपी, आरपीएफ और जिला पुलिस एकजुट होकर समन्वय से काम नहीं करेंगे, तब तक किसी भी प्रकार की सुरक्षा रणनीति सफल नहीं हो सकती। उन्होंने हर विभाग से हर सप्ताह की रिपोर्ट मंगाने और सुरक्षा उपायों की सतत निगरानी के निर्देश दिए।

स्वतंत्रता दिवस से पहले रेलवे सुरक्षा को लेकर यह सख्त रुख और रणनीतिक तैयारी दर्शाता है कि सुरक्षा एजेंसियां किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग हैं।

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