महादेव एप के कारोबार में छत्तीसगढ़ के लड़के बैन:प्रदेश के अकाउंट्स भी इस्तेमाल नहीं कर रहे सरगना; हेडक्वार्टर श्रीलंका शिफ्ट

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छत्तीसगढ़ में 6,000 करोड़ रुपए के महादेव घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई और ईडी के साथ पुलिस भी एक्शन में है। यही वजह है कि महादेव बुक के किं​गपिन (प्रमोटर्स) सौरभ चंद्राकर ने अपने सट्टा कारोबार में छत्तीसगढ़ के लड़कों को रखने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है, खासकर रायपुर और दुर्ग-भिलाई के क्योंकि ऐसे लड़के सीबीआई और पुलिस के रडार में हैं।

पूर्व में हुई गिरफ्तारियों से सीबीआई को कई बड़े लिंक मिले थे, जो जांच में बड़े आधार बने हैं। उधर, सौरभ ने छत्तीसगढ़ के बैंक अकाउंट से ट्रांजेक्शन भी बैन करवा दिया है, ताकि ट्रांजेक्शन कहां से, किस रूप में हो रहा है, एजेंसियों को पता न चल सके।

वहीं भूपेश बघेल ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि ‘भाजपा की डबल इंजन सरकार सट्टेबाजों को संरक्षण दे रही है। उनका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक लोगों को फांसना है। जब तक मोदी-शाह हैं राज्य में साय सरकार है, सट्टा चलता रहेगा’।

महादेव बुक का हेडक्वार्टर दुबई से श्रीलंका शिफ्ट

भास्कर ने 1 महीने की पड़ताल में ऐसे 20 लड़कों को खोज निकाला, जो दुबई और श्रीलंका स्थित महादेव के हेडक्वार्टर में काम करके लौटे। डरे हुए इन लड़कों ने कई खुलासे किए। जैसे- महादेव बुक का हेडक्वार्टर दुबई से श्रीलंका शिफ्ट कर दिया गया है। आईडी, मनी ट्रांजेक्शन, मनी लॉन्ड्रिंग, सेटलमेंट सब यही से ऑपरेट किया जा रहा है।

सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल। दोनों पहले खुद सट्‌टा खेलते थे। फिर महादेव बुक ऐप लॉन्च किया और सट्‌टा कारोबार चलाने लगे।
सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल। दोनों पहले खुद सट्‌टा खेलते थे। फिर महादेव बुक ऐप लॉन्च किया और सट्‌टा कारोबार चलाने लगे।

दरअसल, सट्टेबाजी में दुबई और यूएई का नाम सामने आ रहा था। इससे विश्व स्तर पर बदनामी हो रही थी। ​यूएई सरकार ने दबाव बनाया, और 2 महीने में पूरा सेटअप शिफ्ट कर लिया गया। हालांकि, सौरभ अभी भी दुबई में है।

सौरभ और रवि उप्पल के पास वानयातू की नागरिकता

सौरभ और रवि उप्पल के पास वानयातू की नागरिकता है। सूत्रों के मुताबिक वह 4000 करोड़ इंवेस्ट कर चुका है। उधर, इस मामले में अब तक सौरभ, रवि और शुभम सोनी समेत अन्य पर 70 एफआईआर हैं। लुकआउट नोटिस भी है।

उधर, सीबीआई ने मार्च 2025 में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्व विधायक देवेंद्र यादव, सेवानिवृत्त, वर्तमान आईएएस और राज्य पुलिस अफसरों के यहां छापे मारे। बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त हुए हैं।

1 लाख तक की सैलरी में लड़के

महादेव बुक के अलावा सौरभ कई गैंबलिंग साइट्स ऑपरेट कर रहा है। इनमें 4 हजार से अधिक लड़के काम कर रहे हैं। इन्हें 30 हजार से 1 लाख तक सैलरी, लग्जीरियस लाइफ और वो सब मिल रहा है जो इन्हें चाहिए। आज महादेव बुक का 500 करोड़ से अधिक का कारोबार है।

भास्कर ने दुबई से लौटे 20 लड़कों से संपर्क किया। 4 रिकॉर्डिंग के साथ बातचीत को तैयार हुए-

पहला बयान- 24 अप्रैल 2025, 4 बजे: जो चाहिए सब मिलता है…

कोरोना के बाद राज गुप्ता ऊर्फ राजा बड़ी संख्या में लड़कों को दुबई ले गया। राज जिसके ऊपर 5 पेटी कर्जा था, आज 5 लाख का जूता पहनता है। पहले पैनल 5 लाख रुपए में मिलता था, आज रेट 30 लाख है। छत्तीसगढ़ में जो कांड हुआ है, उसके बाद सीबीआई आई तो लोकल लड़के नहीं रखे जा रहे। मैंने साढ़े 4 माह दुबई में काम किया। यहां सैलरी का एक रुपए खर्च नहीं होता।

दूसरा बयान- 16 मई 2025, 12 बजे: सबकी नौकरी एक-दूसरे के जरिए लगती है…

मैं दुबई में महादेव के विला में था। 25 हजार सैलरी मिलती थी और जो चाहिए वो सबकुछ। महादेव में कोई भर्ती नहीं होती। सभी एक-दूसरे के जरिए संपर्क में आते हैं, मैं भी ऐसे ही आया। मैं एविएशन इंडस्ट्री में था तो पासपोर्ट था तो चला गया। यहां सबकुछ सॉफ्टवेयर बेस्ड है। भारत के अलावा दूसरे देश के लड़के भी जॉब में हैं।

तीसरी गवाही- 17 मई 2025, दोपहर 1 बजे: अब छत्तीसगढ़ के लड़के टोटल बैन हैं…

कोविड के पहले सौरभ के संपर्क में आया था, तब सिस्टम ऑफ लाइन था। ऑनलाइन हुआ था तो मेरा इंटरेस्ट बढ़ा। मैं 1-2 पैनल लेकर चल रहा था। मेरा नाम घोटाले में आ गया था। सीबीआई आई तब से दुर्ग-भिलाई के लड़के और यहां के अकाउंट नंबर बैन हैं।

चौथी गवाही- 01 जून दोपहर, 12.30 बजे: पुलिसवाले के किराए के मकान में सट्टे का धंधा शुरू किया…

मैं दुबई में 5 महीने तक था। मैं सौरभ को तब से जानता हूं जब वह भिलाई-दुर्ग में ऑफ लाइन सट्टा पर्ची लिखता था। इस दौरान उसकी दोस्ती रवि और उसके भाई राहुल से हुई। सौरभ, रवि ने रेड्डी अन्ना से ट्रे​​निंग ली। राधिका नगर, दुर्ग में पुलिसवाले का मकान किराए पर लिया। यही से रेड्डी अन्ना का पैनल चलाया। राहुल की मदद से महादेव बुक बना। पहले नांदगाव, रायपुर, मुंबई, पुणे, हैदराबाद और आखिर में भिलाई में पैनल बेचा।

(नोट- जैसा दुबई से लौटे युवाओं ने रिपोर्टर को बताया।)

5000 नंबर तक पैनल दोस्तों के पास

सौरभ और रवि के खास दोस्त 5,000 नंबर तक के पैनल चलते हैं। इनमें ज्यादातर साउथ इंडिया और छत्तीसगढ़ के हैं। दुबई के विला नं. 17 में सौरभ, 23 में राज और सौरभ आहूजा, यहीं रवि भी रहता है। ये दुबई-श्रीलंका आना-जाना करते हैं।

4 साल में लोकल सट्टेबाज से, इंटरनेशनल बुकी बने

सौरभ, रवि और अतुल अग्रवाल ने लोकल लेवल पर सट्टेबाजी शुरू की। 2019 में दुबई में महादेव बुक लॉन्च किया। धीमे पड़े कारोबार को कोरोना ने रफ्तार दी। लोगों ने खूब पैसा लगाया और कमाया।

सौरभ ने अपने लोकल नेटवर्क से लोकल एजेंट्स को पैनल बांटे। देखते ही कंज्यूमर बेस 12 लाख जा पहुंचा। रेड्डी अन्ना की 1000 करोड़ में डील के बाद बेस 50 लाख के पार हो गए। आज यह आंकड़ा 60 लाख के पार पहुंच चुका है।

भास्कर ने वॉट्सऐप पर मंगवाई महादेव की आईडी- एक मिनट में रिप्लाई

10 मिनट में लॉग-इन, पॉसवर्ड मिल गया-

भास्कर रिपोर्टर- हाय आईडी चाहिए (22 मई, 8:34 बजे) महादेव बुक- (एक लोगो आया, लिखा है) वेलकम टू ओम नम: शिवाये बुक। (8:35 बजे)। एक मिनट में कई साइट की लिंक शेयर हुई। हमने mybet777.com को क्लिक किया। mybet लिखकर भेजा। वहां से फोन पे का स्कैनर शेयर हुआ। (8:36 बजे)। 200 रुपए पेमेंट किया। (8:39 बजे) महादेव बुक- ऊपर वाली स्लिप सेंट कीजिए सर। भास्कर रिपोर्टर- ये कैसी स्लिप होती है? महादेव बुक- जिसमें ट्रांजैक्शन आईडी शो होता है, वह वाली स्लिप शो करेंगे। भास्कर रिपोर्टर- ओके (स्लिप में SBI अकाउंट, शाहरूख के नाम से था। भेज दिया।) (8:42 बजे) महादेव बुक- ओके सर। (8:44 बजे) यूजर नेम 11salman7735, पॉसवर्ड आया। 5 मिनट बाद लॉगिन करने कहा गया। इसके बाद लॉगिन हो गया।

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