कृष्ण कुमार यादव-बलरामपुर।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के एक स्कूल का वीडियो इन दिनों देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें टीचर पढ़ाने के नाम पर खानापूर्ति करता हुए नजर आ रहे हैं। हैरानी की बात है कि, इस शिक्षक को डीईओ का तक नाम पता नहीं है। वहीं उनसे जब इंग्लिश में इलेवन लिखने कहा जाता है तो उसे भी वे ढंग से नहीं लिख पाते हैं। मामला सामने आने के बाद सरकार के दावों की पोल खुलती हुई नजर आई।
दरअसल, वायरल वीडियो बलरामपुर जिले के कुसमी ब्लाक के ग्राम मड़वा के घोड़ासोत गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल का है। विडियो देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मिलियन्स फॉलोवर वाले आईडी से इस विडियो को शेयर कर सवाल पूछा जा रहा है। इससे यह पता चलता है कि, बलरामपुर जिले में शिक्षा की क्या स्थिति है।
शिक्षक को नहीं आती बेसिक इंग्लिश
क्लास में जब टीचर पढ़ा रहे थे तब इसी बीच किसी ने वीडियो बनाकर उनके ज्ञान का परिक्षण किया। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि, शिक्षक को बेसिक जानकारी भी नहीं है। विडियो बनाने वाला शक्स टीचर को ब्लैक बोर्ड पर इलेवन, नाइंटीन का इंग्लिश में लिखने के लिए कहा गया। लेकिन वह नहीं लिख पाए, हैरानी की बात यह है कि, शिक्षक को बेसिक इंग्लिश का भी ज्ञान नहीं है। वहीं स्कूल के हेड मास्टर को कलेक्टर और डीईओ का नाम तक पता नहीं है।
डीईओ ने कही जांच की बात
इधर 60 बच्चों के दर्ज संख्या वाले स्कूल के संबंध में डीईओ गंभीर ही नजर नहीं आ रहे है। डीईओ बलरामपुर डीएन मिश्रा ने मामले में जांच कराने की बात कही है। वहीं सरकारी शिक्षक की शर्मनाक करतूतों पर उन्होंने चुप्पी साध ली है और मीडिया से बचते बचाते नजर आ रहे है।