किसी के लिए भी किराए का घर लेना एक बड़ा फैसला होता है। सही मकान चुनना सिर्फ लोकेशन या बजट तक सीमित नहीं होता, बल्कि इससे जुड़ी कई अहम बातों पर ध्यान देना भी जरूरी होता है। मकान रेंट पर लेते वक्त अगर कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो बाद में परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
मकान लेते समय कानूनी और व्यवहारिक बातों की भी गहराई से जांच करें। आइए जानते हैं 7 जरूरी बातें जो सही मकान चुनने में मदद कर सकती हैं और आप आने वाली परेशानियों से बच सकते हैं।
लोकेशन और आस-पास की सुविधाएं
किराए पर मकान लेते वक्त लोकेशन बेहद अहम होती है। इस बात को देखें कि आसपास बाजार, स्कूल, अस्पताल, और पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसी सुविधाएं हैं या नहीं। साथ ही यह भी देखें कि जिस एरिया में मकान है वो सुरक्षित है या नहीं। बेहतर है कि दिन और रात दोनों समय उस जगह का जायजा लें।
किराया और डिपॉजिट
किराए के साथ-साथ डिपॉजिट की रकम भी पहले से तय कर लेना जरूरी है और ये सब कुछ लिखित में लें। जानें कि कितने महीने का एडवांस मांगा जा रहा है और क्या वह बाजार दर के अनुसार है। बाद में पैसे वापसी को लेकर कोई विवाद न हो, इसका ध्यान रखें।
बिजली-पानी की व्यवस्था
घर में बिजली और पानी की स्थिति जरूर चेक करना चाहिए। पानी रोज़ाना आता है या नहीं, बिजली मीटर सही से काम कर रहा है या नहीं इन सब बातों को पहले से देख लेना जरूरी होता है।
एग्रीमेंट और लीगल डॉक्यूमेंट
किराएदार और मकान मालिक के बीच रेंट एग्रीमेंट बेहद जरूरी होता है। इसमें लापरवाही न करें। इसमें किराया, डिपॉजिट, मेंटेनेंस और अन्य बातों का स्पष्ट उल्लेख हो। बिना एग्रीमेंट के रहने से कानूनी समस्या हो सकती है और आपकी सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।
घर की स्थिति और मरम्मत
घर की दीवारें, फर्श, दरवाज़े, खिड़कियां, वॉशरूम आदि की वर्तमान स्थिति की जांच करें। यदि कुछ टूटा-फूटा है तो मकान मालिक से लिखित में मरम्मत कराने की बात करें। बाद में इन मुद्दों पर जिम्मेदारी न आने पाए।
पड़ोस और सोसाइटी का माहौल
किराए का मकान लेने से पहले पड़ोसियों और सोसाइटी के माहौल के बारे में भी जानकारी जरूर लेना चाहिए। क्या वहां शांति है? क्या लोग सहयोगी हैं? अच्छा माहौल आपकी मानसिक शांति के लिए जरूरी है।
नो-ऑब्जेक्शन और नियम
कुछ सोसायटीज़ में पेट्स, गेस्ट या नाइट टाइम आने-जाने को लेकर नियम होते हैं। मकान मालिक से इन नियमों को साफ-साफ समझें। इससे बाद में विवाद से बचा जा सकता है।