बिलासपुर – छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सिंभाग के सबसे बड़े सिम्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दुर्लभ कैंसर का सफल इलाज कर मेडिकल के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल किया है। सिम्स के डॉक्टरों की कुशलता से 25 वर्षीय एक बैगा जनजाति की महिला को नया जीवनदान मिला है। महिला अब पहले से बेहतर स्थिति में है और तेजी से स्वस्थ हो रही है।
बता दें कि, यह महिला छत्तीसगढ़ के एक सुदूर आदिवासी क्षेत्र से है और बैगा जनजाति से संबंध रखती है। उसके गले के दाएं हिस्से में एक वर्ष से धीरे-धीरे बढ़ रही नींबू के आकार की सूजन थी, जो अब कान से कंधे तक फैल चुकी थी। हाल ही में उसमें से खून भी बहने लगा था, जिससे वह बेहद तकलीफ में थी। स्थानीय डॉक्टर ने गंभीरता को देखते हुए तुरंत सिम्स बिलासपुर रेफर किया। सिम्स पहुंचने के बाद महिला की एमआरआई, सीटी स्कैन और एफएनएसी जांच हुई। जिसमें हर्थल सेल कार्सिनोमा एक अत्यंत दुर्लभ प्रकार का कैंसर की पुष्टि हुई।
सिम्स के डॉक्टरों ने गले के कैंसर का किया सफल इलाज
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वीबी साहू ने बताया कि, जांच में यह जानने की कोशिश की गई कि कैंसर शरीर के अन्य भागों में फैला है या नहीं। पर ऐसा कुछ नहीं मिला। सिम्स के डॉक्टरों द्वारा महिला के गले के कैंसर का इलाज किया गया और अब महिला स्वस्थ है।